बर्फ में कैसे लगाई महिला की ड्यूटी

By: Jan 21st, 2020 12:26 am

पल्स पोलियो अभियान के दौरान शाकटी में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की मौत पर हंगामा

कुल्लू –शून्य तापमान और बर्फ  में कैद पल्स पोलियो बूथ शाकटी में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता गीता देवी को ड्यूटी स्वास्थ्य विभाग कुल्लू ने अकेले कैसे लगाई, अब इस लापरवाही पर जिला के लोग ही नहीं बल्कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ इंटक, सीटू यूनियन आग बबूला हो गई हैं। सरकार, स्वास्थ्य विभाग को कठघरे में ले लिया है। यह क्षेत्र बर्फ  में लाहुल-स्पीति से कम नहीं है। हालांकि लाहुल में जब बर्फ  पड़ती है तो सरकार पोलियो अभियान को यहां ठीक मौसम में चलाती है। कुछ यूं ही हालात इस बार प्रदेश के शाकटी मरोड़ और शुगाड़ में थे। इसके बावजूद भी यहां के लिए अकेली गीता की ड्यूटी लगाई गई और उसकी 20 बच्चों को जिंदगी की दो बूंद पिलाने से पहले बर्फ  में पांव फिसलकर मौत के मुंह चढ़ना पड़ा, हालांकि गीता के पति भाग चंद ने पोलियो बूथ तक सुरक्षित पहुंचाने के लिए साथ दिया था, लेकिन गुग्णा नामक स्थान पर यह साथ भी तब छूट गया जब गीता अचानक पांव फिसलकर खाई में जा गिरी। हैरानी की बात यह है जिस कर्मचारी को सरकार हजारों  रुपये बेतन देती है, उनकी ड्यूटी तो नहीं लगाई थी, लेकिन जिन्हें सरकार सरकारी कर्मचारी घोषित करने से भी अपना पलू झाड़ रही है। उसकी ड्यूटी 18 किलोमीटर बर्फीले रास्ते में लगाई गई थी। यह कारनामा सरकार और स्वास्थ्य विभाग का किसी शोषण से कम नहीं रहा है। अब विभाग अपने कर्मचारियों को डयूटी न लगाने के प्रश्न पर चुपी साधे  हुआ है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिकाओं ने पल्स पोलियो अभियान के दौरान हुई दर्दनाक मौत के बारे में कुल्लू, बंजार एसडीएम के माध्यम से सीएम जयराम ठाकुर को ज्ञापन सौंपा। इन अतिरिक्त विभिन्न कार्यों के लिए हम कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं की ड्यूटी अधिकांश समय में दूर-दराज व दुर्गम क्षेत्रों में लगाई जाती है। लेकिन जिन लोगों की यहां ड्यूटी लगनी चाहिए वो रोड हैड पर ही ड्यूटी देते नजर आते हैं। कई बार दुर्गम क्षेत्र में ड्यूटी देने के लिए हमें अपने घरों से अपने पति, बेटे या अन्य पुरूष सदस्य को साथ ले जाना पड़ता है। इस दौरान सुबह से लेकर शाम तक का पूरा समय लिया जाता है लेकिन मानदेय पर्याप्त नहीं मिल रहा है। अतः निवेदन है कि या तो हमें दिए जाने वाला अतिरिक्त काम कम किया जाना चाहिए या फिर हमारे मानदेय में बढ़ोतरी की जाए। जिला की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं सहायिकाओं की समस्या को देखते हुए उनके हितों के लिए उचित कदम उठाने की कृपा करें। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका संघ की प्रधान योगा रानी ने इस मसले पर ज्ञापन सौंपने की पुष्टि की है।

क्या कहते हैं बीएमओ

बंजार के बीएमओ रमेश लाल शर्मा का कहना है स्वास्थ्य विभाग में कर्मचारियों की कमी है। गीता पहले भी यहां पोलियो खुराक बच्चों को पिलाई थी। ऐसे में उनकी ड्यूटी लगाई गई थी।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App