प्रयोगशाला सहायकों के लिए नई नीति बनाए सरकार
नेरवा-प्रयोगशाला कर्मचारी संघ चौपाल की एक बैठक संघ के प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष कंवर सिंह तंगड़ाईक की अध्यक्षता में नेरवा में संपन्न हुई। बैठक में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल मतियाना में प्रैक्टिकल के दौरान हुए हादसे में घायल छात्रों के प्रति संवेदना प्रकट की गई एवं उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की गई। संघ ने सरकार से मांग की है कि प्रयोगशाला सहायकों को एससीईआरटी सोलन व धर्मशाला में वर्ष में दो सत्रों में प्रशिक्षित किया जाए एवं प्रयोगशाला सहायकों की वेतन विसंगतियों को दूर किया जाए। कंवर सिंह ने कहा कि अधिकांश प्रयोगशाला सहायक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी से पदोन्नत होकर बनते हैं, जिनकी शैक्षणिक योग्यता जमा दो होती है। इन कर्मचारियों को पदोन्नति के लिए 20 से 25 साल इंतजार करना पड़ता है एवं कई कर्मचारी तो पदोन्नति के इंतजार में ही सेवानिवृत हो जाते हैं। इसके आलावा कुछ सहायक उच्च शिक्षा प्राप्त होते हैं, उन्हें भी पद्दोन्नत हुए कर्मचारियों के बराबर ही वेतन मिलता है। संघ ने मांग की है कि आर एंड पी रूल्स तथा प्रोफाइल मंे संशोधन कर तृतीय श्रेणी इन कर्मचारियों को उनकी शैक्षणिक योग्यता के आधार पर वेतन दिया जाए एवं कनिष्ठ एवं वरिष्ठ प्रयोगशाला सहायक पद पर उनकी नियुक्ति भी शैक्षणिक योग्यता के आधार पर की जाए। उन्होंने सरकार से यह भी मांग की है कि प्रयोगशाला सहायकों के लिए बीस वर्ष पूर्व 2000 में सरकार के पत्र संख्या ईडीएन-ए-ख(15)21/95, दिनांक 3.8.2000 एवं ईडीएन-एस/611/95 के तहत बनी नीतियों में भी संशोधन किया जाए, ताकि उनकी वेतन विसंगतियां दूर हो सके।
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