शी चिनफिंग ने माना- कोरोना सबसे बड़ी हेल्थ आपदा, चीन की इकॉनमी पर डालेगा बड़ा असर

By: Feb 23rd, 2020 8:17 pm

पेइचिंग  – दुनियाभर के वैज्ञानिक कोरोना का निदान ढूंढने में जुटे हुए हैं वहीं अब चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने रविवार को माना कि यह चीन का अब तक सबसे बड़ा स्वास्थ्य आपातकाल बन चुका है और यह देश की अर्थव्यवस्था को व्यापक रूप से प्रभावित करेगा। बता दें कि कोरोना वायरस ने दुनिया की दूसरी अर्थव्यवस्था चीन को पस्त कर दिया है और यहां अब तक 2,442 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 77,000 लोग इससे संक्रमित है। कोरोना के केंद्र हुबेई सहित कई प्रातों को लॉकडाउन झेलना पड़ रहा है, लोग जेल जैसी स्थिति का सामना कर रहे हैं लेकिन इससे राहत नहीं मिल रही और आंकड़े हर दिन बढ़ते जा रहे हैं।

सबसे बड़ी हेल्थ इमर्जेंसी, अर्थव्यवस्था पर व्यापक असर

कोविड-19 को नियंत्रण व रोकथाम के प्रयास दोगुना करने को लेकर हुई बैठक के दौरान राष्ट्रपति चिनफिंग ने कहा, ‘महामारी तेजी से फैल रहा है, संक्रमण व्यापक है और इसका नियंत्रण व रोकथाम सबसे कठिन काम है।’ स्टेट मीडिया सीसीटीवी के मुताबिक चिनफिंग ने कहा, ‘यह हमारे लिए संकट है और यह बड़ी परीक्षा है। यह देश की सबसे बड़ी पब्लिक हेल्थ इमर्जेंसी है।’ मीटिंग टेलिकॉन्फ्रेंसिंग के जरिये हो रही थी जिसकी अध्यक्षता प्रीमियर ली केकियांग कर रहे थे। इस दौरान राष्ट्रपति चिनफिंग ने माना कि यह देश की अर्थव्यवस्था और समाज को व्यापक रूप से प्रभावत करेगा। हालांकि, उन्होंने माना कि यह स्थिति थोड़े समय के लिए रहेगी और उसपर काबू पा लिया जाएगा।

हजारों हुए रिकवर लेकिन उनपर भी निगरानी

चीनी स्वास्थय अधिकारी ने वुहान में कोरोना से रिकवर हो चुके सभी मरीजों को 14 दिन तक अलग केंद्र में रहने का आदेश दिया है। ऐसी खबरें आ रही थी कि रिकवरी के बाद कुछ के रिजल्ट पॉजिटिव आए हैं। अधिकारियों ने बताया कि डब्ल्यूएचओ के विशेषज्ञों ने कोरोना के केंद्र वुहान का दौरा किया है। शनिवार को 76,936 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है और देश के 31 प्रांतों में इसके मामले सामने आए हैं। अकेले वुहान से 15, 299 लोग रिकवर कर चुके हैं जिन्हें अस्पताल से छुट्टी तो दे दी गई है, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें 14 दिन तक पृथक केंद्र में रखने को कहा है।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App