भारत-नेपाल अन्तर्राष्ट्रीय सीमा खुली रहने से कोरोना का खतरा बढा

By: Mar 19th, 2020 10:55 am
 

नेपाल सीमा से लगते उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी एवं पीलीभीत जिलों में कारोना वायरस के संदिगध रोगी पाए जाने से भारत-नेपाल अन्तर्राष्ट्रीय सीमा खुली रहते इस संक्रमण का खतरा और बढ गया है।उत्तर प्रदेश के गोरखपुर और देवीपाटन मंडल समेत विभिन्न जिलों से लगती 365 किलोमीटर भारत-नेपाल सीमा
खुली रहते संक्रमण की आशंका और बढ गयी है। इस क्षेत्र में नेपाल सीमा के खुले होने के कारण सीमावर्ती गांव के लोगों में यह डर समा गया है कि पडोसी देश नेपाल से भारत आ रहे लोग इस वायरस के वाहक हो सकते हैं।प्रदेश सरकार ने भारत-नेपाल सीमा पर एलर्ट घोषित किया है और इस सीमा पर लगने वाले विभिन्न जिलों के मुख्य चिकित्साधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि सीमा पार से आने वाले लोगों की सघन जांच के बाद ही भारत में प्रवेश करने दिया जाये।नेपाल से आने वाले लोगों की सक्रीनिंग का आलम यह है कि अकेले एक दिन में 6 से 7 हजार लोगों की जांच की जा रही है। इसको लेकर सरहद पर सभी सुरक्षा एवं खुफिया तथा स्वास्थ्य महकमें के अधिकारी डेरा डाले हुए हैं। सरहद पर लगे वैरियर के उठने के साथ ही कोरोना की जांच का अभियान शुरू होकर देर रात बैरियर बंद होने तक जारी है।नेपाल के सीमावर्ती क्षेत्र उत्तर प्रदेश के पीलीभीत और लखीमपुर खीरी में कोरोना के संदिग्ध मरीजों के पाये जाने सेमामला अधिक संवेदनशील हो गया है। यह दोनो जिले की सीमा भी नेपाल से लगी हुयी है।सीमा सशत्र बल (एसएसबी) गोरखपुर परिक्षेत्र के उपमहानिरीक्षक ने आज यूनीवार्ता से बातचीत में कहा कि हम पूरी तरह से सर्तकता बरत रहे हैं और प्रदेश सरकार के स्वास्थ्य विभाग की टीम भी हमारे सम्पर्क में है। उन्होंने कहा किसंदेह होने पर हम किसी को भी भारत में प्रवेश नहीं करने देंगे।उल्लेखनीय है कि नेपाल की सीमा चीन से लगती है जहां से संक्रमित लोगों के नेपाल आने और फिर नेपाल से भारत आने की आशंका बनी हुई है।

 


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