मंडी – मंडी शहर में अब कर्फ्यू में मिल रही ढील का समय अब फिर से प्रशासन ने बदल दिया है। अब शहर में सुबह दस से एक बजे तक ही कर्फ्यू में ढील मिलेगी। इस दौरान लोग बाहर एक अपने जरूरत का सामान खरीद सकेंगे। प्रशासन ने शुरूआत में कर्फ्यू के दौरान पहले दस

जवाली – पूरे देश में 21 दिन लॉकडाउन के चलते  कोरोना वायरस की इस आपदा की घड़ी में जरूरी सेवाओं में जुटे लोगों को अब कर्फ्यू पास के लिए एसडीएम आफिस नहीं जाना पड़ेगा। जवाली  में उपमंडल अधिकारियों ने इसके लिए  व्हाट्सऐप के माध्यम से व्यवस्था की है। इसके लिए बाकायदा नंबर जारी किए गए

महामारी बन चुका कोविड-19 का अधिक खतरा सिर्फ  कमजोर इम्यून सिस्टम वाले लोगों को ही नहीं, बल्कि बीमार लोगों को भी ज्यादा है। वहीं हाल ही में हुए एक शोध के अनुसार दिल के मरीज भी इसकी चपेट में जल्दी आ सकते हैं। दरअसल हाल ही में कोरोना से ही कुछ मौतों में हृदय रोग,

गगरेट – पहाड़ के लोग महज साहसी ही नहीं हैं बल्कि अनुशासन पसंद भी हैं। जब पूरा विश्व कोरोना वायरस जैसी महामारी से लड़ रहा है तो शासन व प्रशासन के आह्वान पर पहाड़ के लोग भी पूरे अनुशासन के साथ इस जंग में शरीक हैं। भले ही प्रदेश सरकार ने प्रदेश में घोषित किए

कर्फ्यू के दौरान गली-मोहल्ले में भी खुली रहेंगी दुकानें,जिला प्रशासन ने शुरू की व्यवस्था मंडी – मंडी जिला प्रशासन ने कर्फ्यू के दौरान लोग की सहायता के लिए एक और मानवीय पहल करते हुए मंडी नगर परिषद क्षेत्र में राशन-दवाइयों की ‘होम डिलीवरी’ सेवा शुरू की है। उपायुक्त ऋग्वेद ठाकुर ने इस बारे जानकारी देते

प्रशासन ने जारी की दुकानदारों की सूची, मेडिकल जांच के बाद देंगे सेवाएं डलहौजी – प्रशासन ने कोविड-19 महामारी से निपटने की कवायद में जरूरी खाद्य वस्तुएं लोगों को घर पर ही उपलब्ध करवाने के आदेश जारी किए हैं। उपमंडलाधिकारी डलहौजी डा. मुरारी लाल ने बताया कि इस महामारी से बचाव करना अत्यंत आवश्यक है

ठाकुरद्वारा – गुरुवार देर शाम छन्नी बेली से एक एंबुलेंस में चिट्टा खरीदकर ले जा रहे तीन युवकों को चक्की पुल पर पंजाब पुलिस ने चिट्टे सहित काबू किया है। डिवीजन नंबर दो के थाना प्रभारी दविंद्र प्रकाश ने बताया कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि एक एंबुलेंस चालक हिमाचल के छन्नी बेली

बाबा हरदेव गतांक से आगे… समुद्र हो कि नदी हो, सरोवर हो कि कुंआ,इससे अंतर नहीं पड़ता क्योंकि सबके भीतर जल एक ही है। इसी प्रकार लहर हो अथवा बूंद हो, इससे भी कुछ अंतर नहीं पड़ता क्योंकि इनमें भी जल एक ही है। अब विडंबना यह है कि हम आकारों में उलझ जाते हैं,

दाड़लाघाट-दाड़लाघाट में प्रातः कर्फ्यू में छूट मिलते ही लोगों की भीड़ राशन की दुकानों पर एकत्रित हो गई लेकिन कोरोनावायरस का खौफ  लोगों  में इतना दिखाई दे रहा था कि लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते नजर आए। पुलिस ने जिन दुकानों पर अधिक भीड़ इकट्ठी होती दिखी उन दुकानों पर 1 मीटर की दूरी

सरकाघाट। उपमंडल सरकाघाट की ग्राम पंचायत ग्राम गाहर में 46 अप्रवासी मजदूरों को माहुनाग मंदिर ने पंचायत प्रतिनिधियों के माध्यम से चावल, आटा, दाल वितरित किए गए । स्थानीय पंचायत प्रधान कुलदीप शर्मा ने बताया वार्ड मैंबरों ने उन्हें बताया कि उनकी पंचायत मे किराए के कमरों में बिहार, उत्तर प्रदेश व जम्मू-कश्मीर के प्रवासी