खेतीबाड़ी के विकास को दो करोड़
आईआईटी मंडी ने निधि सीड सपोर्ट सिस्टम के तहत जारी किया बजट
मंडी – आईआईटी मंडी कैटलिस्ट प्रदेश के पहले प्रौद्योगिकी-आधारित इनक्यूबेटर ने विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) के निधि सीड सपोर्ट सिस्टम प्रोग्राम के तहत दो करोड़ रुपयों के वितरण के लिए नौ स्टार्टअप का चयन किया है। निधि सीड सपोर्ट सिस्टम प्रोग्राम का वित्तीयन डीएसटी करता है, जिसके तहत संभावनापूर्ण योजनाओं वाले स्टार्टअप को वित्तीय सहायता दी जाती है। इसके लिए स्टार्टअप को आईआईटी मंडी में कम से कम तीन महीने की रेजीडेंसी और उनके आइडिया को सफलतापूर्वक उपयोगी दिखाना आवश्यक है। कैटलिस्ट को 2019-20 में निधि सीड सपोर्ट सिस्टम प्रोग्राम की जिम्मेदारी के साथ स्टार्टअप को उनके आइडिया के व्यावसायीकरण के लिए कुल दस करोड़ रुपए की राशि दी गई। आईआईटी मंडी कैटालिस्ट ने अगस्त, 2019 में आने वाले पांच वर्षों में विभिन्न चरणों में दस करोड़ रुपयों के आबंटन की घोषणा की। आईआईटी मंडी कैटलिस्ट के शिक्षा प्रभारी डा. पूरन सिंह ने इनक्यूबेट किए गए स्टार्टअप्स के बारे में बताया। आईआईटी मंडी कैटलिस्ट इन पांच स्टार्ट-अप को व्यावसायिक स्तर पर पहुंचने के लिए कुल 90 लाख रुपयों का आबंटन करेगा। आईआईटी मंडी अपने इनक्यूबेशन प्रोग्राम के तहत वर्तमान में विभिन्न स्टार्टअप्स का मार्गदर्शन कर रहा है, जिनमें कई हिमालय क्षेत्र के हैं, जो कचरा निपटान प्रबंधन, स्वास्थ्य और पोषण, एग्रोटेक, स्वच्छ और अक्षय ऊर्जा, एआई/एमएल के उपयोग से बड़ी समस्याओं के समाधान सहित विभिन्न क्षेत्रों में अपने समाधानों से निःस्संदेह सामाजिक बदलाव लाएंगे। यह जानकारी आईआईटी मंडी के निदेशक प्रो टिमोथी गोंजसालवेस ने दी है।
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