कोरोना टेस्ट रिपोर्ट में देरी पर उठे सवाल

By: Jun 28th, 2020 12:15 am

24 से 30 घंटे के लंबे इंतजार से झेलनी पड़ रही दिक्कत, शव लौटाने में भी देरी

नेरचौक-कोविड-19 समर्पित अस्पताल नेरचौक में स्थापित माइक्रो बायोलॉजी लैब से कोरोना सैंपल्स रिपोर्ट में देरी को लेकर लोगों ने सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं। लोगों को कोरोना सैंपल रिपोर्ट 24 से 30 घंटे के बाद प्राप्त हो रही है, जिससे लोग परेशान हो रहे हैं। काबिलेगौर है कि लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कालेज में  स्थापित माइक्रो बायोलॉजी लैब में प्रदेश के मध्य क्षेत्र कुल्लू, लाहुल-स्पीति, हमीरपुर, बिलासपुर तथा मंडी के कोरोना सैंपल्स जांचे जाते हैं, लेकिन जांच रिपोर्ट में देरी होने के कारण लोगों को कोरोना महामारी के भय के साथ-साथ मानसिक दबाव भी झेलना पड़ रहा है। वहीं शुक्रवार को समैला के 55 वर्षीय अमी चंद को हालत खराब होने पर उनके परिजन उन्हें जोनल अस्पताल मंडी लेकर आए थे, लेकिन मंडी अस्पताल से उन्हें नेरचौक भेज दिया गया, जहां पर अमीचंद की उपचार के दौरान मौत हो गई। मौत के बाद शव परिजनों को इसलिए नहीं सौंपा गया कि मृतक का कोरोना सैंपल लिया गया है, लेकिन  रिपोर्ट लगभग 24 घंटे के बाद मिल पाई। हालांकि परिजनों ने इस बात से राहत मिली, मगर मृतक के भाई पवन ने अस्पताल में स्थापित लैब प्रबंधन पर सवालिया निशान खड़े करते हुए आरोप लगाते हुए कहा कि रिपोर्ट आने में 24 घंटे का समय लग गया, जिस कारण उन्हें खासी परेशानी हुई। जब वह अपने भाई को लेकर नेरचौक अस्पताल में पहुंचे थे तो अस्पताल प्रबंधन का रवैया भी ठीक नहीं था। करीब डेढ़ घंटे की जद्दोजहद के उपरांत मरीज का ट्रीटमेंट शुरू किया गया। इसके कुछ देर बाद ही उन्हें सूचना मिली कि मरीज की मौत हो गई है, लेकिन शव देने से इसलिए इनकार कर दिया गया कि मृतक का कोरोना सैंपल लिया गया है। रिपोर्ट  आने के बाद ही शव उन्हें सुपुर्द किया जाएगा। 24 घंटे बाद रिपोर्ट आने पर उन्हें शव सौंपा गया। उन्होंने आरोप लगाया है कि अस्पताल प्रबंधन की लेटलतीफी के कारण मृतक के परिजनों को काफी परेशानियों से गुजरना पड़ा ।


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