नसों का क्षतिग्रस्त होना

By: Nov 14th, 2020 12:15 am

नसों में दर्द या नसों का क्षतिग्रस्त हो जाना क्रॉनिक या लंबे समय तक होने वाले दर्द का एक सामान्य कारण है। हमारी नसें या धमनियां दर्द के संकेत को दिमाग तक पहुंचाती हैं, लेकिन कई बार ये नसें ही दर्द का कारण बनती हैं।

इसके मेडिकल कारण हो सकते हैं जैसे कि चोट, दबाव या नसों में जकड़न। ये नसें पूरी तरह या आंशिक रूप से शरीर की कई क्रियाओं को नियंत्रित करती हैं, जैसे कि हार्ट रेट,ब्लड प्रेशर लेवल, पाचन और तापमान नियंत्रण आदि। ये नसें मांसपेशियों के माध्यम से आपके दिमाग और रीढ़ की हड्डी तक सूचना भेजते हुए आपके मूवमेंट और गतिविधियों पर नियंत्रण रखती हैं। ये नसें त्वचा व मांसपेशियों के माध्यम से दिमाग और रीढ़ की हड्डी से वापस सूचना प्राप्त भी करती हैं। क्योंकि नसें आपके जीवन में महत्त्वपूर्ण भूमिका अदा करती हैं इसलिए नसों में चोट या दर्द आपकी जिंदगी को पूरी तरह प्रभावित करता है।

इससे आपके दिमाग और रीढ़ की हड्डी को भी नुकसान हो सकता है। कुछ मामलों में, जिन लोगों की एक नस में क्षति होती है, तो उनमें दो, तीन नसों में नुकसान होने के लक्षण भी दिखाई देते हैं। नसें कई तरह से क्षतिग्रस्त हो सकती हैं। पेरिफेरल नर्व उम्र के साथ क्षतिग्रस्त होती है। पेरिफेरल नर्व जिनकी क्षतिग्रस्त होती है, उनमें से हर तीसरे व्यक्ति में इसका कारण डायबिटीज होता है। अन्य में इसके कारण का पता नहीं चल पाता है। बहुत सी आटो इम्यून बीमारियों का कारण नसों में दर्द या नुकसान हो सकता है। कैंसर कई तरह से नसों में दर्द या नुकसान पहुंचा सकता है। कई मामलों में, विशेष प्रकार के कैंसर में पोषण की कमी से नसों को नुकसान पहुंचता है। कई लोगों में कीमोथैरेपी और रेडियोथैरेपी भी नसों में दर्द पैदा करती है। चोट के कारण भी नसों में दर्द, क्षति और गर्दन में सूई जैसी चुभन होती है। कई पदार्थ शरीर अपने आप एडजस्ट करता है और इनसे नसों में दर्द या क्षति नहीं हो सकती है।

डायबिटीज वाले लोगों में यदि नसों में दर्द होता है, तो यह एक बीमारी के रूप में विकसित होता चला जाता है। इसलिए यदि आपके डायबिटीज है और नसों में दर्द भी रहता है, तो आपको जितना जल्दी हो सके अपने डाक्टर से सलाह लेनी चाहिए। अगर बीमारी के शुरुआत में ही इसका इलाज हो जाए, तो बेहतर रहता है। अन्यथा आगे चलकर यह एक भयानक रोग का कारण हो सकता है। आपको कई प्रकार की चिकित्सा पद्धतियों को आजमाने की आवश्यकता होती है ताकि पता चल सके कि कौन सी प्रणाली आपके लिए लाभकारी है।  क्योंकि नसों के दर्द का इलाज आसान नहीं है, इसके उपचार के मुख्य लक्ष्य हैं।

दर्द की तीव्रता कम करना। स्थायी दर्द से जूझने में आपकी सहायता करना। आपके दैनिक जीवन पर दर्द के प्रभाव कम करना डायबिटीज के रोगियों में शुगर पर कड़े नियंत्रण से न्यूरॉल्जिया में लाभ होता है। कभी-कभी ट्यूमर या किसी अन्य वजह से नसों पर दबाव पड़ने की वजह से उसमें दर्द होता है, ऐसी स्थिति में जिस कारण से दबाव पड़ रहा है, उसे सर्जरी से हटाने की जरूरत होती है।


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