छात्रों को तनाव से बाहर निकालें शिक्षक

By: May 24th, 2021 12:01 am

यूजीसी ने सभी कालेज और विश्वविद्यालयों को जारी किए निर्देश, कोविड में छात्रों के लिए तय करें हेल्प डेस्कलाइन

सिटी रिपोर्टर — शिमला

यूजीसी ने एक बार फिर से विश्वविद्यालय व कालेजों को पत्र जारी किया है। इस पत्र के माध्यम से विश्वविद्यालय व कालेज शिक्षकों को हेल्प डेस्क लाइन स्थापित करने को कहा है, ताकि छात्रों को पढ़ाई के साथ अगर दूसरी समस्या आ रही है, तो उसके बारे भी वह उन्हें गाइड कर सकें। यानी कि अब शिक्षक व गैर शिक्षक छात्रों के मानसिक तनाव में जाने से रोकेंगे। बता दें कि देश और प्रदेश में लगातार करोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं और कोरोना की दूसरी लहर ने सभी को अपनी चपेट में लिया हुआ है। इस समय प्रदेश में 31 मई तक सभी शिक्षण संस्थान बंद है और स्कूली बच्चे घर बैठे ही ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे हैं। शिक्षा विभाग दावा कर रहा है कि हर प्रकार की सुविधा घर बैठे ही ऑनलाइन छात्रों को मुहैया करवाई जा रही है। इसके लिए स्टडी मैटीरियल भी उन्हें घर बैठे ही हर घर पर ऑनलाइन माध्यम से उपलब्ध करवाया जा रहा है। यही वजह है कि अब इस बारे में यूजीसी ने भी महामारी को देखते हुए शिक्षण संस्थानों को जरूरी दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इसमें कहा गया है कि बच्चों का मानसिक संतुलन सही रहे, वे घर बैठे मानसिक तनाव का शिकार न हों, उसके लिए शिक्षक अहम भूमिका निभा सकते हैं।

कालेज यूनिवर्सिटी और स्कूल प्रिंसीपल को निर्देश दिए हैं कि बच्चों के मानसिक संतुलन को बनाए रखने के लिए वे समय-समय पर उनसे संपर्क साधेें, ताकि बच्चों और उनके परिवार का मानसिक स्वास्थ्य सही बना रहे। गौर रहे कि कोविड में स्कूलों में भी ऐसे कई मामले आए हैं, जहां शिक्षकों और बच्चों ने अपनी जान गंवाई है। यहां तक कि ऐसे भी मामले देखने में आए हैं कि कुछ बच्चों ने माता-पिता को कोविड में खो दिया और और अब वे बच्चे अनाथ हो गए हैं। ऐसे में बच्चों की मानसिक स्थिति पर भी कोविड का असर हुआ है। शिक्षण संस्थानों का यह दायित्व है कि बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य को किस प्रकार से सही रखा जाए। इसके लिए शिक्षण संस्थान को टास्क फोर्स और हेल्पलाइन का गठन करने के निर्देश जारी किए गए हैं। इस हेल्पलाइन के माध्यम से बच्चे अपनी समस्याओं को शिक्षकों तक पहुंचा सकते हैं और शिक्षक भी उन्हें सही राय दे सकते हैं। साथ ही को भी कोविड के प्रति  अपने व्यवहार को बढ़ावा देना, जिसमें स्वच्छता, मास्क पहनना, साबुन से बार-बार हाथ धोना, सामाजिक दूरी को बनाए रखना, उचित उपचार कराना शामिल है, इसमें शिक्षक और कर्मचारी अहम भूमिका निभा सकता है।

यूजीसी की शिक्षण संस्थानों पर नजर

बता दें कि यूजीसी की विश्वविद्यालय व कालेजों पर पूरी नजर है। बताया जा रहा है कि यूजीसी कालेजों से अपडेट ले रहा है कि किस तरह की व्यवस्था छात्रों की ऑनलाइन पढ़ाई को लेकर की जा रही है। यूजीसी ने सभी कालेज व विश्वविद्यालय को आदेश दिए हैं कि वे ऑनलाइन अपने संस्थान की जानकारी यूजीसी से साझा करे।


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