सोलन-परवाणू में 30 करोड़ की मंडियों में होगा सेब कारोबार

By: Jun 30th, 2023 12:55 am

15 जुलाई से दोनों मंडियों में शुरू हो जाएगी सेब की आवक, हर साल 400 करोड़ का कारोबार, दोनों मंडियों में 147 दुकानों-स्टाल की मिलेगी सुविधा

राजेंद्र सिंह-सोलन
एपीएमसी के अंतर्गत सोलन और परवाणू में सेब मंडियां बन कर तैयार हो चुकी हैं। इस बार सेब का व्यापार नव निर्मित मंडियों में होगा। परवाणू और सोलन दोनों स्थानों पर निर्मित सेब मंडियों पर 30 करोड़ रुपए की लागत आई है। परवाणू मंडी का निर्माण वल्र्ड बैंक की सहायता से किया गया है, जबकि सोलन सेब मंडी का निर्माण जाईका के सहयोग से किया गया है। परवाणू सेब मंडी पर 20 करोड़ रुपए, जबकि सोलन सेब मंडी पर 10 करोड़ रुपए की लागत आई है। परवाणू सेब मंडी में 82 दुकानों की सुविधा होगी, जबकि सोलन सेब मंडी में करीब 65 स्टाल की सुविधा होगी। सोलन में स्टील स्ट्रक्चर्ड फ्रेम वर्क से मंडी का निर्माण किया गया है। गौरतलब है कि 15 जुलाई से दोनों मंडियों में सेब की आवक शुरू हो जाएगी।

बता दें कि एपीएमसी सोलन के अंतर्गत दोनों सेब मंडियों में हर साल करीब चार अरब से ज्यादा का व्यापार होता है। पिछले साल की बात की जाए तो एपीएमसी सोलन ने सेब कारोबार में अपने ही पिछले साल के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है। एपीएमसी सोलन द्वारा पिछले सेब सीजन में करीब 373 करोड़ रुपए का कारोबार दर्ज किया गया था। वर्ष 2021 में सेब का कारोबार 300 करोड़ रुपए रहा था। अगर यह कहा जाए कि एपीएमसी सोलन के अंतर्गत सेब का कारोबार साल दर साल बढ़ता जा रहा है तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी। दोनों मंडियों में पिछले साल करीब 41 लाख 42 हजार 558 सेब की पेटियों का कारोबार हुआ। इस साल सेब सीजन में व्यापार में और भी बढ़ोतरी होने की संभावना है। अगर मूल्य में वृद्धि दर दर्ज की जाती तो कारोबार के ग्राफ का इससे भी ऊपर रहना तय था। पिछले सीजन में कश्मीर से भी सेब का सीजन जल्द ही आरंभ हो चुका था। जिसके चलते हिमाचली सेब का मूल्य गिरने लगा। हिमाचली सेब का मूल्य कम आंका गया। (एचडीएम)

सेब उत्पादन में हिमाचल दूसरे स्थान पर
प्रदेश में शिमला एक मात्र जिला है जहां पर 70 फीसदी सेब उत्पादन होता है। सेब उत्पादन में शिमला जिला के बाद दूसरे और तीसरे स्थान पर कुल्लू और किनौर आते हैं। अगर ओवरऑल प्रदेश की बात की जाए तो देश भर में हिमाचल दूसरे स्थान पर आता है। जबकि 50 फीसदी उत्पादन के साथ जम्मू- कश्मीर प्रथम स्थान पर है। हिमाचल प्रदेश में करीब 40 फीसदी सेब का उत्पादन होता है।

क्या कहते हैं एपीएमसी के सचिव रविंद्र शर्मा
एपीएमसी के सचिव रविंद्र शर्मा ने बताया कि एपीएमसी सोलन के तहत परवाणू और सोलन दोनों स्थानों पर सेब मंडियों का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। इस सीजन से दोनों मंडियों में सेब का कारोबार शुरू हो जाएगा।


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