श्रीखंड महादेव के दर्शन कर वापस लौटी पवित्र छड़ी यात्रा, 29 जून को निरमंड से शुरू हुई थी यात्रा

By: Jul 4th, 2023 12:08 am

29 जून को निरमंड से शुरू हुई थी यात्रा, आठ जुलाई को लौटेगी वापस

छविंद्र शर्मा — आनी

29 जून को निरमंड के दशनामी जूना अखाड़ा से शुरू हुई माता अंबिका व स्वामी दतात्रेय की 28 वीं छड़ी यात्रा सोमवार को संत श्री दावत गिरी जी महाराज की अध्यक्षता में भीम डवार से 18570 फुट की ऊँचाई पर स्थित श्रीखंड कैलाश पहुंचीं, जहाँ महादेव की विधिवत पूजा अर्चना व दर्शन के बाद छड़ी यात्रा सकुशल वापस लौटी। बता दें कि 29 जून को निरमंड के दशनामी जूना अखाड़ा से अंबिका माता और दत्तात्रेय स्वामी की 28वीं छड़ी यात्रा रवाना हुई। छड़ी यात्रा समिति के अध्यक्ष टकेश्वर शर्मा ने बताया कि छड़ी यात्रा ने सोमवार को गुरु पूर्णिमा के दिन श्रीखंड महादेव के दर्शन किए और पूजा अर्चना के बाद यात्रा वापस लौटी। छड़ी यात्रा आइ जुलाई शाम को वापस जूना अखाड़ा निरमंड पहुंच जाएगी।

इसके पश्चात नौ जुलाई को जूना अखाड़ा निरमंड में छड़ी यात्रा के स्वागत में विशाल भंडारे का आयोजन किया जाएगा। गौर हो कि उतरी भारत की सबसे कठिन धार्मिक यात्राओं में शुमार श्रीखंड महादेव यात्रा जहां यात्रियों को रोमांच से भर देती है। इस वर्ष से श्रीखंड महादेव यात्रा सात से 21 जुलाई तक प्रशासन की देखरेख में होगी। 18570 फुट की ऊंचाई पर श्रीखंड महादेव तक पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं को 32 किलोमीटर का पैदल सफर करना पड़ता है। (एचडीएम)

क्यों मुश्किल है यह यात्रा

करीब 32 किलोमीटर के पैदल यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को संकरे रास्तों के साथ बर्फ के ग्लेशियरों को भी पार करना होता है। ऊंचाई वाले कई ऐसे स्थल हैं, जहां ऑक्सीजन की कमी का श्रद्धालुओं को सामना करना पड़ता है। पार्वती बाग से आगे कुछ ऐसे क्षेत्र पड़ते हैं, जहां कुछ श्रद्धालुओं को ऑक्सीजन की कमी के चलते भारी दिक्कतें पेश आती हैं। यदि ऐसी स्थिति में श्रद्धालुओं को समय रहते उपचार या वापस नीचे नं उतारा जाए, तो श्रद्धालुओं की जान के लिए खतरा बन जाता है।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App