पिहोवा में दिव्य गीता सत्संग, मनीषी स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज के प्रवचनों की अमृत वर्षा से संगत निहाल

By: Aug 12th, 2023 12:06 am

मुकेश डोलिया — पिहोवा

दिव्य गीता सत्संग के प्रथम दिवस अनाज मंडी पिहोवा में गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज ने अपने प्रवचनों की अमृत वर्षा करते हुए पुरुषोत्तम मास विशेष महत्त्व के बारे में बताया भगवान विष्णु ने मलमास को यह वरदान भी दिया कि आज से मैं तुम्हारा स्वामी बनूंगा और तुम्हारे अंदर मेरे ही गुण विधयवान होंगे। भगवान विष्णु ने मलमास को अपने सभी दिव्य गुणों से सुशोभित कर दिया भगवान विष्णु के इस वरदान के बाद से ही मलमास को पुरुषोत्तम मास के नाम से जाना जाने लगा। मनीषी ने प्रदूषण की समस्या पर बताया कि प्रदूषण दो तरह का होता है एक तो बाहरी प्रदूषण, एक अंदर का वैचारिक प्रदूषण। वैचारिक प्रदूषण पर्यावरण के प्रदूषण से अधिक घातक है।

जब मनुष्य के मन में दूषित विचार आने लगते हैं, तो विचारों में प्रदूषण बढऩे लगता है। मुझे अधिक से अधिक कैसे मिले, मेरे सुखए मेरे आराम, केवल मेरी ही चिंता हमारे अंदर के प्रदूषण को और बढ़ा देती है। इसी प्रदूषण में, आक्रोश में जीवन निकलता रहता है। जब वैचारिक प्रदूषण बढ़ेगा तो अमर्यादित कार्य होंगे। मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार भारत भूषण भारती ने बताया गीता मनीषी का जबसे इस नगर में आगमन हुआ है, तब से यहां के लोगों का खासकर युवाओं का गीता जी के प्रति रुझान बढ़ा है और उनका मानसिक विकास हुआ है। हरियाणा गो सेवा आयोग के अध्यक्ष श्रवण गर्ग ने बताया कि हमें अपनी गोशालाओं को इतना सशक्त बनाना है कि आने वाले समय में कोई भी गो माता सडक़ पर विचरण करती न दिखे।


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