लक्ष्य और दृष्टिकोण

By: Sep 23rd, 2023 12:14 am

श्रीश्री रवि शंकर

जब आपके पास एक बड़ा लक्ष्य होता है, जिस पर आप काम कर रहे होते हैं, तब मन घटनाओं में नहीं फंसता है और आप प्रसन्न रहते हैं। आप जितना अधिक प्रतिबद्ध होते हैं, तब आपको कोई काम करने के लिए अधिक क्षमता प्राप्त होती है। जितना आप कर सकते हैं, उससे थोड़ा अधिक करना ही प्रतिबद्धता है। यह अपनी क्षमता को बढ़ाना है…

हम चाहते हैं कि हमारे बच्चे सब कुछ अच्छा करें। प्रतियोगिताओं में लगातार जीतने की इच्छा उनके लिए जीवन से भी बड़ी हो जाती है। वे विश्वास करने लगते हैं कि हर कीमत पर जीतना सबसे अधिक महत्त्वपूर्ण है। जब उन्हें अस्वीकृति मिलती है, तब वे नहीं समझ पाते कि उन्हें क्या करना चाहिए। दरअसल, हम उन्हें विशाल दृष्टिकोण नहीं देते,तब जीवन में क्या सबसे महत्त्वपूर्ण है, इसके विषय में उनकी समझ असंतुलित हो जाती है। विशाल दृष्टिकोण यह है कि जीवन स्वयं में एक बहुत बड़ी परीक्षा है, जिससे होकर आप गुजर रहे हैं। ऐसा मत सोचिए कि परीक्षा में सफल या असफल हो जाने से पूरे जीवन की दिशा निर्धारित हो जाएगी।

जो मूल्य एक दूसरे के विपरीत प्रतीत होते हैं, जैसे जीत या हार, सफलता या असफलताए ऊंचा या नीचा, वे वास्तव में एक दूसरे के पूरक हैं। एक मूल्य दूसरे मूल्य के महत्त्व को बढ़ाता है। एक विशाल आध्यात्मिक दृष्टिकोण के साथ ही युवा बिना अपनी मुस्कान और उत्साह को खोए हुए, जीवन के इन विपरीत मूल्यों की प्रशंसा करना सीख सकते हैं। ऐसी शक्ति, ऐसी मुस्कान, जिसे कोई छीन न सके और ऐसा साहस, जो विपरीत परिस्थितियों का सामना करने में भी समाप्त न हो, वह सफलता है।

युवाओं को स्वयं और समाज के लिए बड़े लक्ष्य और विशाल दृष्टिकोण के प्रति प्रतिबद्ध होना चाहिए और सेवा को जीवन का एक हिस्सा बनाना चाहिए। ऐसी प्रतिबद्धता आपको बाधाओं के पार ले जा सकती है। जब आपके पास एक बड़ा लक्ष्य होता है, जिस पर आप काम कर रहे होते हैं, तब मन घटनाओं में नहीं फंसता है और आप प्रसन्न रहते हैं। आप जितना अधिक प्रतिबद्ध होते हैं, तब आपको कोई काम करने के लिए अधिक क्षमता प्राप्त होती है।
जितना आप कर सकते हैं, उससे थोड़ा अधिक करना ही प्रतिबद्धता है। यह अपनी क्षमता को बढ़ाना है। आप यह नहीं कहते हैं कि मैं एक गिलास पानी पीने या एक किलोमीटर चलने के लिए प्रतिबद्ध हूं, जो आप वैसे भी कर सकते हैं। अपनी क्षमता से अधिक कार्य करने की सोच रखना ही प्रतिबद्धता है।

अपने कठिन लक्ष्य को सरलता से प्राप्त करने के लिए, नियमित रूप से प्रभावशाली आध्यात्मिक अभ्यास जैसे योग, श्वसन अभ्यास और ध्यान सहायता करता है। इससे आपको बहुत अधिक ऊर्जा और मन की समभाव अवस्था प्राप्त होती है, ताकि आप जीवन की अनुकूल और प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना
कर सकें।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App