49 शतकों की साझेदारी

By: Nov 6th, 2023 7:28 pm

‘मास्टर ब्लास्टर’ सचिन तेंदुलकर के एकदिनी 49 शतकों की बराबरी…अपने ‘आदर्श’ के समान एक प्रेरित, महानायक बल्लेबाज विराट कोहली…क्रिकेट की टीम इंडिया के दो सूत्रधार एक ही कीर्तिमान को साझा करते हुए…एक आराधक और एक आराध्य-सी प्रतिमा के संबंधों का इतिहास…शिक्षक और विद्यार्थी नहीं, साथ खेलने वाले दो अंतरराष्ट्रीय बल्लेबाज आज एक ही लक्ष्य पर साझेदारी निभाते हुए…कितने सुखद और हासिल लम्हे हैं! विराट कोहली ने 5 नवम्बर को अपने 35वें जन्मदिन पर, विश्व कप में खेलते हुए, एकदिनी क्रिकेट का 49वां शतक लगाया, तो एक साथ कई उत्सव खिल उठे। एक दुर्लभ मंजिल का पड़ाव आ गया और कोलकाता का ऐतिहासिक ईडन गार्डन्स स्टेडियम तालियों और नारों से गूंज उठा। विराट ने महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर के 49 शतक के कीर्तिमान की बराबरी कर ली थी। कुछ ही देर बाद सचिन की टिप्पणी टीवी पर्दे पर उभर आई-बधाई हो विराट। तुम बहुत अच्छा खेले। मेरी उम्मीद है कि आने वाले कुछ ही दिनों में तुम मेरा रिकॉर्ड तोड़ दोगे और अगली मंजिल की तरफ बढ़ोगे।’’ ये अंतर्संबंध सिर्फ क्रिकेट और पेशेवर नहीं हो सकते। ये आत्मिक और नैसर्गिक संबंध हैं, जो सचिन और विराट ने जिए हैं। यदि इस साझेदारी का विश्लेषण किया जाए, तो विराट अपने ‘आदर्श’ से कहीं आगे और गतिमय लगते हैं। विराट ने ये 49 शतक 277 पारियों में 58.48 की औसत और 93.63 के स्ट्राइक रेट के साथ बनाए हैं, जबकि सचिन ने यह कीर्तिमान 451 पारियों में स्थापित किया था। अलबत्ता अद्र्धशतकों के मामले में विराट के हिस्से 70 और सचिन ने 95 अद्र्धशतक ठोंके। तुलना आंकड़ों की ही नहीं की जानी चाहिए। दरअसल यह तुलना एक आदर्श, प्रेरणा और एक भक्त की सी है। विराट सचिन की तूफानी, कलात्मक, कलाईदार बल्लेबाजी देखते हुए ही एक पेशेवर बल्लेबाज बने।

वह खुद स्वीकार करते हैं कि 1996 के क्रिकेट विश्व कप के दौरान सचिन ने ऐसा करिश्माई शॉट खेला था, जो आज भी अद्वितीय और अतुलनीय है। विराट के लिए वह आज भी आश्चर्यजनक स्मृति है। विराट के लिए अभी ठहराव का समय नहीं आया है। अभी वह अपने खेल के ‘चरम’ पर हैं। वह ऐसे बल्लेबाज हैं, जिन्होंने क्रिकेट की दुनिया में सबसे तेज 8,9,10,11,12 और 13 हजार एकदिनी रन बनाए। एक ही साल में 8 बार 1000 या अधिक रन बनाए। अभी वह अपने ‘आदर्श’ के 18,000 से अधिक एकदिनी रनों से पीछे हैं। वह साझेदारी भी निभानी चाहिए। स्पिन गेंदबाजी के जादूगर हरभजन सिंह का मानना है कि यदि ‘किंग कोहली’ फिट रहे और चोटिल नहीं हुए, तो वह ‘शतकों का शतक’ भी बना सकते हैं। हरभजन और विराट 2011 की विश्व चैम्पियन टीम इंडिया के सदस्य थे। दोनों ने अन्य साथियों के संग मिलकर महान तेंदुलकर को कंधों पर बिठा कर जीत का जश्न मनाया था। आज 2023 में टीम इंडिया ‘अजेय’ है, तो उसमें विराट के अभी तक 543 बेशकीमती रनों का योगदान भी है। टीम इंडिया ने जिस तरह दक्षिण अफ्रीका को 83 रनों, श्रीलंका को मात्र 55 रनों, मौजूदा विश्व चैम्पियन इंग्लैंड को 100 रनों पर ढेर करके करारी पराजय दी हैं, ऑस्टे्रलिया, पाकिस्तान, न्यूजीलैंड सरीखी ताकतवर टीमों को धराशायी किया है, उसके स्पष्ट संकेत तो ये हैं कि 2023 का विश्व कप भी टीम इंडिया के हाथों में होना चाहिए, लेकिन अभी विराट को खेलना है। संभव है कि वह 2027 का विश्व कप भी खेलें! कमाल का कीर्तिमान तो यह है कि एकदिनी शतकों के संदर्भ में 31 शतक के साथ भारतीय कप्तान रोहित शर्मा सचिन-विराट के पीछे ही हैं। वह भी खूबसूरत फॉर्म में हैं। बहरहाल अभी तो विराट कोहली को टेस्ट क्रिकेट के 29 शतकों के सफरनामे को आगे बढ़ाना है। ऑस्टे्रलिया के पूर्व कप्तान और श्रेष्ठ बल्लेबाज स्टीव स्मिथ का मानना है कि विराट टीम इंडिया के ‘एक्स फैक्टर’ हैं। वह प्रेशर में ज्यादा अच्छा खेलते हैं और टीम को उबारने के बाद जीत की ओर भी ले जाते हैं। बहरहाल विराट ने बल्लेबाजी में एक मील-पत्थर स्थापित किया है। उन्हें अभी ‘विराट’ पारियां खेलनी हैं।


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