नगर निगम आफिस के बाहर प्रदर्शन; चुनाव न होने पर आप-कांग्रेस ने भाजपा के खिलाफ खोला मोर्चा

By: Jan 19th, 2024 12:08 am

मेयर के चुनाव न होने पर आप-कांग्रेस ने भाजपा के खिलाफ खोला मोर्चा, साजिश का आरोप

दिव्य हिमाचल ब्यूरो— चंडीगढ़

चंडीगढ़ नगर निगम में शहर के मेयर को लेकर गुरुवार को चुनाव वाले दिन भी हाई वोल्टेज राजनीतिक ड्रामा देखने को मिला। गुरुवार सुबह चले इस ड्रामे के दौरान जहां रिटर्निंग अधिकारी के बीमार होने के कारण छुट्टी पर चले जाने के कारण मेयर के चुनाव नहीं हो सके, वहीं विपक्षी पार्टियों आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने इसे भाजपा की साजिश करार देकर निगम भवन के बाहर ज़ोरदार प्रदर्शन किया और भाजपा के खिलाफ ज़ोरदार नारेबाजी की। अपने तय समय और तिथि पर आज र चुनाव नहीं हो सके। चुनाव टलने के साथ ही निगम में पहली बार अपना मेयर बनाए जाने का सपना संयोए बैठे श्इंडियाश् गठबंधन आप.कांग्रेस ने निष्पक्ष तरीके से चुनाव कराए जाने की मांग को लेकर पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में दस्तक दी और हाईकोर्ट में याचिका स्वीकार कर ली गई। हाईकोर्ट में दायर याचिका में नया चुनाव अधिकारी नियुक्त कर आज ही चुनाव करवाने की मांग की गई। याचिका पर दोपहर बाद हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। हाईकोर्ट की ओर से 23 जनवरी तक के लिए सुनवाई टाल अपना फैसला सुरक्षित रख लिया।

कोर्ट में याचिका पर प्रशासन ने मेयर चुनाव के लिए 15 दिनों का समय मांगा था। कोर्ट के सुनवाई की तिथि तय किए जाने के साथ ही प्रशासन की ओर से डीसी कार्यालय ने मेयर चुनाव के लिए 6 फरवरी की नोटिफिकेशन जारी कर दी। मेयर के अलावा सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर के भी चुनाव होने हैं। जबकि हाईकोर्ट ने चंडीगढ़ प्रशासन की उस नोटिफिकेशन का भी संज्ञान लिया जिसमें मेयर चुनाव को लेकर नई तारीख घोषित कर दी गई। दरअसलए सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट को चुनाव की नई अधिसूचना के संबंध में जानकारी दी गई थी। जिसके बाद हाईकोर्ट ने चंडीगढ़ प्रशासन से जवाब तलब कर लिया। इससे पहले चुनाव स्थगित होने के बाद मचे हंगामे के बीच इसकी अगली तिथि को लेकर कयास लगाए जाने लगे थे। मेयर चुनाव स्थगित होने के बाद पूरा दिन राजनीतिक उथल.पुथल मची रही। सभी दल आगे की रणनीति बनाए जाने में जुटे रहे। हाईकोर्ट में दिए बयान में मेयर चुनाव टालने पर निगम और चंडीगढ़ पुलिस ने दलील दी कि मेयर चुनाव कि लिए सुरक्षा का महौल है।

वहीं चंडीगढ़ मेयर चुनाव टालने में नगर निगम ने हाईकोर्ट में खुलासा करते हुए बताया कि 16 जनवरी को पंजाब पुलिस जबरन निगम हाउस में घुस गई थी। जिसके बाद चंडीगढ़ पुलिस को कानून व्यवस्था को लेकर कुछ इनपुट मिले थे। वहीं चुनाव अधिकारी भी अचानक बीमार हो गए। जिस वजह से गुरुवार यानी आज होने वाले चुनाव टालने पड़े। हाईकोर्ट में यह याचिका आप.कांग्रेस के इंडिया गठबंधन ने डाली थी। हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान निगम ने कहा कि वह 6 फरवरी को चुनाव कराएंगे। इसके लिए नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया है। इसके बाद हाईकोर्ट ने चंडीगढ़ प्रशासन से पूरे मामले की विस्तृत रिपोर्ट मांगी। मामले की अगली सुनवाई 23 जनवरी को होगी। इससे पहले सुबह के वक्त चुनाव स्थगित होने की सूचना सर्वाजनिक होने के बाद आप और कांग्रेस के पार्षद निगम के भीतर दाखिल होने की कोशिश करने लगे। सुरक्षाकर्मियों की ओर से रोके जाने पर समर्थक कार्यकर्ताओं के साथ नाराज पार्षदों ने आक्रोश में आकर नारेबाजी शुरू कर दी और निगम भवन कि बाहर सडक़ के बीचो.बीच धरने पर बैठे गए। यह सब देख कांग्रेस और आप के समर्थक भी नारेबाजी करने लगे। इसको लेकर उनकी पुलिस के साथ धक्कामुक्की हुई। जिसके बाद आप और कांग्रेस के कईं कार्यकतार्ओं को हिरासत में ले लिया। मौके पर मौजूद रहे भाजपा उपाध्यक्ष देवेंद्र बबला ने कहा कि आम आदमी पार्टी और कांग्रेस द्वारा बेवजह के आरोप लगाए जा रहे हैं।

भाजपा को पंजाब सरकार पर चुनाव टालने का शक

वहीं दूसरी ओर भाजपा पार्षदों का कहना है कि उन्हें सुबह ही मैसेज मिल गया था कि प्रेसिडिंग अफसर का स्वास्थ खराब होने की वजह से पार्षदों को नगर निगम में आने की अनुमति नहीं दी जाएगी, जिसकी वजह से भाजपा के पार्षद नहीं आए। भाजपा पार्षदों ने कहा कि चुनाव अधिकारी पंजाब सरकार के अफसर हैं, हमें शक है कि पंजाब सरकार के इशारे पर चुनाव टाले गए हैं।

पहले सचिव, फिर बीमार हुए पीठासीन अधिकारी

आप के पंजाब से राजयसभा कि मेंबर राघव चड्डा ने कहा कि बीजेपी पहले निगम सचिव को बीमार करती है, फिर पीठासीन अधिकारी को बीमार करती है और फिर चुनाव स्थगित कराती है। निगम भवन के बाहर नए मेयर के चुनाव अचानक टाल दिए जाने के बाद आम आदमी पार्टी के नेता राघव चढ्ढा ने आरोप लगाते हुए कहा कि मेयर चुनाव टालने का यह कदम लोकतंत्र को खत्म करने की बीजेपी की गंदी चाल का हिस्सा है। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस और आम आदमी पार्टी दोनों ने न्याय के लिए उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाने और यह सुनिश्चित करने का फैसला किया है कि मेयर चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से हों। दरसलए एमसी चंडीगढ़ द्वारा जारी सर्कुलर के अनुसारए पीठासीन अधिकारी अनिल मसीह के खराब स्वास्थ्य के कारण चुनाव स्थगित कर दिए गए थे। मेयर चुनाव टाले जाने पर चड्ढा ने चुनाव टलने के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा कि यह साफ है कि चुनाव में श्इंडियाश् गठबंधन जीत रहा है और बीजेपी हार रही है। उन्होंने कहा कि बीजेपी यह सब इसलिए कर रही है क्योंकि वह चुनाव में अपनी हार से डर गई है। उन्होंने चुनाव आयोग से एक और पीठासीन अधिकारी नियुक्त करने का अनुरोध किया। वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन बंसल ने कहा कि जब से चंडीगढ़ नगर निगम बनी है तब से आज तक ऐसा नहीं हुआ है। मौके पर ही चुनाव अधिकारियों को साजिश के तहत बीमार कर दिया गया है।


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