आत्मा को जन्म-मृत्यु के बंधन से मुक्त करें, भक्ति मार्ग अपनाएं
स्टाफ रिपोर्टर- दौलतपुर चौक
डेरा बाबा हरि शाह अंबोआ दरबार में राकेश शाह के सानिध्य में चल रही श्रीमद् गो भागवत कथा का गुरुवार को विधिवत रूप से समापन हो गया। इस मौके पर विधायक चैतन्य शर्मा विशेष रूप से उपस्थित रहे। उन्होंने गो सेवा के लिए बाबा राकेश शाह की उन्मुक्त कंठ से प्रशंसा की। कथा के समापन पर हवन-यज्ञ और झंडा चढ़ाने की रस्म का आयोजन भी किया गया। कथा वाचक कृष्ण कन्हैया जोशी ने कहा कि आत्मा को जन्म व मृत्यु के बंधन से मुक्त कराने के लिए भक्ति मार्ग से जुडक़र सत्कर्म करना होगा। उन्होंने कहा कि हवन-यज्ञ से वातावरण एवं वायुमंडल शुद्ध होने के साथ-साथ व्यक्ति को आत्मिक बल मिलता है। उन्होंने कहा कि यज्ञ से देवता प्रसन्न होकर मन वांछित फल प्रदान करते हैं। उन्होंने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा के श्रवण से व्यक्ति भव सागर से पार हो जाता है।
कथा वाचक ने भगवान श्रीकृष्ण-सुदामा का प्रसंग बड़े ही विस्तार से सुनाया।इस दौरान श्रद्धालुओं की ओर से जयकारे लगाते हुए पुष्प वर्षा भी की गई। उन्होंने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा से जीव में भक्ति, ज्ञान एवं वैराग्य के भाव उत्पन्न होते हैं। इसके श्रवण मात्र से ही व्यक्ति के पाप पुण्य में बदल जाते हैं। विचारों में बदलाव होने पर व्यक्ति के आचरण में भी स्वयं बदलाव हो जाता है। बाबा राकेश शाह ने दरबार में आए हुए सभी भक्तों को आशीर्वाद दिया।
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