रेल लाइन को नहीं देंगे जमीन, भूमि मालिकों ने कम कीमत के कारण एसडीएम को किया इनकार
मुकेरियां में भूमि मालिकों ने कम कीमत के कारण एसडीएम को किया इनकार
निजी संवाददाता—तलवाड़ा
सीमावर्ती गांवों में रेलवे लाइन निर्माण के लिए अतिरिक्त भूमि अधिग्रहण के मामले में अवार्ड घोषित करने आए एसडीएम मुकेरियां को मालिकों ने कम कीमत पर अपनी जमीन देने से साफ तौर पर इंकार कर दिया है। इस संबंध में जानकारी देते हुए सरपंच अश्वनी कुमार रामगढ़ सीकरी, सुरेश कुमार, कैप्टन सुनील कौशल आदि ने बताया कि नंगल डैम-तलवाड़ा वाया ऊना रेल परियोजना के लिए प्रशासन द्वारा सीमावर्ती गांव भटोली, भवनौर, रामगढ़ सीकरी, करटौली व नंगल खनोड़ा की भूमि को पहले भी और वर्तमान मे भी बहुत ही कम रेलवे विभाग के द्वारा अधिग्रहण किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में जो भुमि रेलवे विभाग अधिग्रहित करने के नोटिफिकेशन कुछ दिन पहले जारी किया गया था, उसमें भी बहुत ही कम रेट दिए हैं। पीडि़तों द्वारा किए गए लंबे संघर्ष के बाद होशियारपुर जिला प्रशासन ने कंडी क्षेत्र रेलवे प्रभावित संघर्ष कमेटी को अपनी तरफ से अश्वासन दिया था कि यदि भविष्य मे रेलवे के द्वारा अतिरिक्त जमीन अधिग्रहण करते समय मौजूदा कलेक्टर रेट दिया जाएगा।
लेकिन इस बात से पीडि़त लोगों ने बताया कि जो जमीन वर्तमान में रेलवे के द्वारा अधिग्रहण कर लिया गया है। उस रेट मे पहले के रेट के मुकाबले मात्र 20 फीसदी की ही बढ़ोतरी हुई है, जो कि बहुत ही कम है। उन्होंने बताया कि नए अवार्ड के अनुसार कमर्शियल भूमि की कीमत 5877 रुपए प्रति मरला, इसी प्रकार बंजार कदीम 1731, बरानी 2570, चाही 3915 प्रति मरला की दर से लोगों को मुआवजा दिया जाएगा। इसी बात को लेकर नए अवार्ड के रेटो से उक्त चार गांवो के लोग रेलवे को अपनी भुमि देने के लिए सहमत नही हुए। उक्त लोगों ने बताया कि वर्तमान में इन गांवो में कमर्शियल जमीन की मौजूदा कीमत 67 हजार रुपए प्रति मरला के करीब है।
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