बालक परीक्षित ने जन्म से पहले कर लिए भगवान के दर्शन

By: Feb 9th, 2024 12:55 am

श्री राधा कृष्ण मंदिर कोटलां कलां में उमड़ी भक्तों की भीड़, कथावाचक श्रीकृष्ण चंद्र शास्त्री ने प्रवचनों से भक्तों को किया निहाल
दिव्य हिमाचल ब्यूरो-ऊना
श्री राधा कृष्ण मंदिर राष्ट्रीय संत बाबा बाल जी महाराज कोटलां कलां में 13 दिवसीय धार्मिक समागम पर आयोजित श्रीमद भागवत कथा के दूसरे दिन सुप्रसिद्ध कथावाचक श्रीकृष्ण चंद्र शास्त्री (ठाकुर जी) ने भक्तों को कथा श्रवण करवाया। उन्होंने कहा कि श्रीमद भागवत कथा में ऋषियों द्वारा पूछे जाने वाले छह प्रश्रों में सबसे पहला प्रश्र यह है कि प्राणियों के आत्म कल्याण का साधन क्या है। उन्होंने बताया कि प्राणी के आत्म कल्याण का साधन वहीं है, जिस उपाय के द्वारा प्राणी का मन भगवान के श्रीचरणों में लग जाए। उन्होंने ईश्वर का भाव भी बताया। उन्होंने कहा कि किसी कार्य को न करने पर कह दे यह कार्य मैंने किया है या किसी कार्य को करने पर यह कह दें कि यह कार्य मैंने नहीं किया है। अर्थात दोनों प्रकार से कहने पर जिनकी बात मान्य हो वहीं, ईश्वर है। कृष्ण चंद्र शास्त्री महाराज ने मंगलाचरण के साथ महाभारत की विस्तार से विवेचना की। कपिल देव हूती संवाद के माध्यम से भगवान के दर्शन की विद्या को समझाया। शास्त्री जी ने कहा कि भगवान का अवतार राक्षसों को मारने के लिए नहीं बल्कि मनुष्यों को उपदेश प्रदान के लिए होता है।

उन्होंंने कहा कि भगवान को भाव चाहिए। भक्ति चाहिए। पांच वर्ष की अवस्था में भक्त धु्रव ने भक्ति के द्वारा भगवान को प्राप्त किया। कथावाचक श्रीकृष्ण चंद्र शास्त्री ने राजा परीक्षित का जन्म प्रसंग का वर्णन करते हुए कहा कि श्री भगवान जिसकी गर्भ में रक्षा की और जन्म लेने के बाद जो अपने रक्षक को भीड़ में खो रहा है, परीक्षा कर रहा है, वहीं परीक्षित है। कथावाचक श्रीकृष्ण चंद्र शास्त्री (ठाकुर जी) ने कहा कि श्रीकृष्ण ने परीक्षित एवं पांडवों की रक्षा की। अत: बालक परीक्षित सबसे बड़े भाग्यवान है, क्योंकि बालक परीक्षित जन्म लेकर संसार में बाद में आए, उन्होंने गर्भ में ही जन्म से पहले भगवान का दर्शन कर लिया। ब्रह्मास्त्र के बारे में बताया कि आज जो एटम बम, परमाणु बम है, वे पहले ब्रह्मास्त्र के ही रूप हैं। इसलिए इन्हें अग्रेय अस्त्र भी कहते हैं। कथावाचक ने शुकदेव जी का आगमन प्रसंग तथा परीक्षित द्वारा शुकदेव पूजन, अभिवादन आदि के बारे में भी श्रवण करवाया वहीं मन को वश में करने का उपाय भी बताया।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App