केएल की वापसी से भाजपा में खलबली

By: Mar 24th, 2024 12:54 am

निर्दलीय चुनाव जीतने के बाद से ही चल रही थी भाजपा में शामिल होने की चर्चाएं, उपचुनाव को लेकर कार्यकर्ताओं ने कसी कमर
दिव्य हिमाचल ब्यूरो-बीबीएन
विगत विस चुनावों में टिकट कटने के बाद भाजपा से नाता तोड़ निर्दलीय चुनाव लडक़र जीते केएल ठाकुर की 18 महीने बाद घर वापसी हुई है। हालांकि निर्दलीय चुनाव जीतने के बाद से ही चर्चाएं चलती रही थी की केएल ठाकुर मौका मिलने पर भाजपा का ही दामन थामेंगे, लेकिन यह सब इतनी जल्दी होगा ऐसी उम्मीद केएल ठाकुर को खुद नही थी। राज्य सभा चुनाव में वोटिंग के बाद हालात ऐसे बने की केएल ठाकुर के लिए लिए खुद-ब-खुद भाजपा में एंट्री क ी राहें खुल गई। केएल ठाकुर के भाजपा में शामिल होने से जहां ठाकुर सर्मथकों सहित भाजपा का एक खेमा गदगद है वहीं विगत विस चुनावों में भाजपा प्रत्याशी रहे लखविंद्र राणा व उनके सर्मथक पेशोपेश की स्थिति में है। केएल ठाकुर की भगवा बिग्रेड में शामिल होने के बाद मंगलवार को गृह हलके में वापसी होगी, इस दौरान सर्मथक भव्य स्वागत कर भाजपा में एंट्री का जश्र मनाएंगे। लेकिन इस एंट्री ने लखविंद्र राणा व उनके सर्मथकों में जबरदस्त खलबली मचा रखी है। राणा इसे धोखा करार देते हुए कह रहे है कि न तो उन्हें विश्वास में लिया गया न ही भाजपा मंड़ल को।

राणा के तेवरों से अगले कुछ दिनों में नालागढ़ भाजपा में बवाल मचने के पूरे आसार है, राणा सर्मथकों ने तो कांग्रेस में वापसी के दावे भी करने शुरू कर दिए है। उधर कांग्रेस के विस चुनावों के प्रत्याशी हरदीप बावा उपचुनावों के मददेनजर रविवार से जनसंर्पक अभियान का श्रीेगणेश करने जा रहे है। ऐसे में अगर लखविंद्र राणा दोबारा कांग्रेस में वापसी करते है तो कांग्रेस में घमासान मचेगा। जिससे स्पष्ट है की आगामी कुछ दिनों में भाजपा के साथ साथ कांग्रेस के खेमे में खासी उठापठक होगी, जो दोनों दलों के सियासी समीकरणों को बनाती और बिगाड़तीे नजर आएंगें। यहंा उल्लेखनीय है की केएल ठाकुर ने पहली बार साल 2012 के विधानसभा चुनाव में नालागढ़ विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। इसके बाद पार्टी नें साल 2017 में उन्हें एक बार फिर मौका दिया, लेकिन वह कांग्रेस के लखविंदर राणा से चुनाव हार गए। केएल भाजपा के जिलाअध्यक्ष भी रह चुके है। साल 2022 विधानसभा चुनाव से ठीक पहले लखविंदर राणा ने कांग्रेस छोड़ बीजेपी का दामन थाम लिया।

बीजेपी ने केएल ठाकुर की जगह लखविंदर राणा को ही टिकट थमा दिया। ऐसे में केएल ठाकुर ने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर नामांकन भरा, केएल ठाकुर के समर्थन में बीजेपी नालागढ़ मंडल के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने भी इस्तीफा दे दिया था। केएल ठाकुर ने न केवल मजबूती से चुनाव लड़ा, बल्कि बीजेपी और कांग्रेस के उ मीदवार को पूरी तरह शिकस्त भी दे दी। बीजेपी का टिकट कटने से सुहानूभुति का फायदा केएल ठाकुर को भरपूर मिला नतीजतन इस चुनाव में बतौर निर्दलीय 33427 मत हासिल करते हुए 13264 मतों के अंतर से बड़ी जीत दर्ज की। कांग्रेस के हरदीप बावा को इस चुनाव में 20163 मत मिले जबकि कांग्रेस से भाजपा में आए लखविंद्र राणा को कैडर का साथ नही मिला और राणा 17273 मत के साथ तीसरे स्थान पर लुढक़ गए। केएल ठाकुर ने इस चुनाव में 44.51 प्रतिशत मत हासिल किए थे जबकि कंाग्रेस को 26.85 प्रतिशत व भाजपा को महज 23 प्रतिशत मिले।

केएल ठाकुर की भाजपा का दामन थामने के बाद से बदले हालातों में लखविंद्र राणा असहज हो उठे है, उनके ब्यान और तेवर ब्यां कर रहे है की नालागढ़ भाजपा में अगले कुछ दिनों में खलबली जरूर मचेगी। राणा के कांग्रेस में वापिसी के कयास भी लगाए जा रहे है इसके पीछे सबसे बड़ा तर्क सीएम सुखविंद्र सिंह सुक्खू से नजदीकियों को बड़ी वजह माना जा रहा है। लेकिन इसी बीच चर्चा यह भी है की अगर राणा कांगे्रस में एंट्री करते है तो हरदीप बावा का रूख क्या रहेगा। क्योंकि राणा व बावा के बीच छतीस का आंकड़ा रहा है, दोनों ही एक दुजे के धूर विरोधी रहे है ऐसे हालातों में भाजपा से जहां नेता के छिटकने से खलबली मचने के आसार बन रहे है वहीं कांग्रेस में एक बार फिर घमासान की संभावना बन रही है। यही नही कांग्रेस में बढ़ती आपसी जंग के बीच एक अधिकारी ने ाी एंट्री के लिए कदमताल शुरू कर दी है।


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