पांवटा में एलर्जी-अस्थमा से मिलेगा छुटकारा

By: Mar 14th, 2024 12:16 am

बाल रोग विशेषज्ञ डा. हरसिमरत सिंह ने सर गंगा राम अस्पताल नई दिल्ली से हासिल किया डिप्लोमा

कार्यालय संवाददाता – पांवटा साहिब
पांवटा साहिब के निवासी बाल रोग विशेषज्ञ डा. हरसिमरत सिंह ने बाल चिकित्सा एलर्जी व अस्थमा में डिप्लोमा प्राप्त कर लिया है। इसके बाद पांवटा साहिब में अब बाल चिकित्सा एलर्जी एवं अस्थमा के मरीजों को उपचार मिल सकेगा। बता दें कि डा. हरसिमरत पिछले कई वर्षों से अपने शहर पांवटा साहिब के वाई प्वाइंट के समीप बाल रोग विशेषज्ञ के रूप में अपने क्लीनिक में सेवाएं दे रहे हैं। उन्होंने सर गंगा राम अस्पताल नई दिल्ली से परीक्षा पास कर ली है। जिसके बाद शहर के लोगों व परिजनों ने डा. हरसिमरत सिंह को शुभकामनाएं दी हैं।

उन्होंने बताया कि विश्व स्तर पर लगभग 30-35 प्रतिशत बच्चे एलर्जी संबंधी विकारों से पीडि़त हैं और हाल के वर्षों में इन बीमारियों का प्रसार बढ़ रहा है। उन्होंने बताया कि एटोपिक जिल्द की सूजन, एलर्जिक राइनाइटिस, अस्थमा और खाद्य एलर्जी बचपन की कुछ एलर्जी संबंधी विकार हैं। जिनमें से अस्थमा बच्चों और वयस्कों में सबसे आम पुरानी स्थिति है। डा. हरसिमरत ने बताया कि भारत में बच्चों में अस्थमा की व्यापकता (पबमेड से डेटा) लगभग 1.3 बिलियन की आबादी के साथ भारत दुनिया का दूसरा सबसे अधिक आबादी वाला देश है। जिसमें वैश्विक आबादी का 20 प्रतिशत शामिल है। भारत में अस्थमा के अनुमानित 37.5 मिलियन मामले हैं और हाल के अध्ययनों में एलर्जिक राइनाइटिस और अस्थमा के प्रसार में वृद्धि की सूचना मिली है। उन्होंने कहा कि कुल मिलाकर भारत में बच्चों में अस्थमा के 40-50 प्रतिशत मामले अनियंत्रित या गंभीर हैं। इतने अधिक बोझ में भारत में मुश्किल से 1000-1200 एलर्जी विशेषज्ञ (एलर्जी विशेषज्ञ) हैं। इसलिए एलर्जी एक आने वाली महामारी है जिससे सावधान रहने की जरूरत है।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App