कृषि विभाग-बीज प्रमाणन एजेंसी ने शुरू की गेहूं की ग्रेडिंग

By: May 3rd, 2024 12:12 am

जिला के 244 पंजीकृत किसानों में से 81 के घरों से लिए फसल के सैंपल, जांच के बाद ग्रेडिंग सेंटरों में बुलाए जाएंगे किसान

स्टाफ रिपोर्टर-ऊना
कृषि विभाग के ब्लॉक अधिकारियों व बीज प्रमाणन एजेंसी द्वारा संयुक्त रूप से पंजीकृत किसानों के घर से गेहूं की फसल की ग्रेडिंग के लिए सैंपल लेना शुरू कर दिए हैं। जिला ऊना में 244 पंजीकृत किसानों में से 81 जमींदारों के घर से एंजेसी की टीम ने गेहूं की फसल के सैंपल भर लिए हैं और अन्य पंजीकृत किसानों के घरों से गेहूं की फसल के सैंपल लिए जा रहे हैं। इन सैंपल को एकत्रित कर एजेंसी की टीम कृषि विभाग के पालमपुर रिसर्च सेंटर में भेजेंगे। जहां से गेहूं की फसल की ग्रेड की रिपोर्ट मिलेगी। उस रिपोर्ट के मिलने के बाद ही जमींदारों की गेहूं की फसल की सही ग्रेड के बारे में पता चल पाएगा कि पंजीकृत किसानों की गेहूं की फसल कितनी बेहतर और वह कौन सी ग्रेड का है। ताकि उसे ग्रेडिंग के बाद कृषि विभाग ट्रीटमेंट के बाद अगली फसल के लिए बीज तैयार कर सके।

जिला ऊना में 244 पंजीकृत कृषि कारोबारियों ने कृषि विभाग से उच्चतम किस्म का गेहूं का बीज लेकर फसल की पैदावार की थी। इन किसानों को फसल की बिजाई के बाद समय-समय पर कृषि विभाग ने फसल के उचित रख-रखाव व बेहतर पैदावार के लिए मार्ग दर्शन किया। ताकि इन किसानों की गेहूं की फसल बेहतर हो सके और उन फसलों से ग्रेडिंग के माध्यम से बीज के लिए गेहूं तैयार हो सके। कृषि विभाग के आंकड़ों के अनुसार जिला ऊना में 35,514 हेक्टेयर भूमि में गेहूं की फसल की पैदावार होती है। जहां से प्रति वर्ष किसानों को 80 हजार मीट्रिक टन के करीब गेहूं की पैदावार होती है और करीब 8 लाख क्विंटल पशुचारा(तूड़ी) निकलती है। 35,514 हेक्टेयर भूमि में 20941 हेक्टेयर गैर सिंचित क्षेत्र व 14573 हेक्टेयर सिंचित क्षेत्र शामिल है। वहीं, जिला में 5000 हेक्टेयर गैर सिंचित क्षेत्र में गेहूं की फसल को सूखे की मार से प्रभावित हुई। उसके बाद पीला रतुआ फैलने से किसानों को गेहूं की फसल में नुकसान का सामना करना पड़ा और अब खराब मौसम के कारण किसानों की गेहूं की फसल बिछ गई। जिससे लाखों का नुकसान हुआ है। समय-समय पर कृषि विभाग ने फसल के उचित रख-रखाव व बेहतर पैदावार के लिए मार्ग दर्शन किया। ताकि इन किसानों की गेहूं की फसल बेहतर हो सके और उन फसलों से ग्रेडिंग के माध्यम से बीज के लिए गेहूं तैयार हो सके।

पिछले वर्ष 3150 रुपए प्रति क्विंटल थी ए ग्रेड गेहूं

बीते वर्ष किसानों को ए ग्रेड के बीज के लिए 3150 रुपये प्रति क्विंटल गेहूं का भाव मिला था। परंतु इस वर्ष अभी तक सरकार ने ए-ग्रेड के बीज के लिए मूल्य निर्धारित नहीं किया है। कृषि विभाग ने किसानों से आह्वान किया है कि पंजीकृत किसान फसल से पैदावार लेने के बाद गेहूं को अच्छी तरह से सूखाकर व साफ करने के बाद ही गे्रडिंग सेंटर टकारला व पेखूबेला में लेकर आएं। अन्यथा कृषि विभाग द्वारा किसानों की गेहूं की फसल को वापस कर दिया जाएगा या फिर फसल की गे्रड अच्छे नहीं मिल सकेंगे।


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