बद्दी की फार्मा कंपनी में हो रहा था अवैध दवाओं का कारोबार, पंजाब पुलिस ने किया पर्दाफाश

By: May 11th, 2024 6:21 pm

मुकेश संगर, चंडीगढ़

चंडीगढ़। पंजाब पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने हिमाचल प्रदेश के बद्दी स्थित फार्मा फैक्ट्री से चल रहे साईकोट्रोपिक पदार्थों के निर्माण और सप्लाई ईकाइयों के अंतरराज्यीय गैर-कानूनी नेटवर्क का पर्दाफाश किया है। इस बारे में जानकारी देते हुए पंजाब पुलिस के डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि यह कार्रवाई स्पेशल टास्क फोर्स, बॉर्डर रेंज, अमृतसर द्वारा गिरफ़्तार किए गए तरनतारन के गांव कोट मुहम्मद खान के सुखविंदर सिंह उर्फ धामी और अमृतसर के गोविंद नगर के जसप्रीत सिंह उर्फ जस्स नामक दो नशा तस्करों के संबंधों की तीन महीनों तक की बारीकी से जांच के उपरांत की गई है।

पुलिस ने इन तस्करों को इस साल फरवरी महीने ब्यास से 4.24 लाख नशीली गोलियां/कैप्सूल और 1 लाख रुपए की ड्रग मनी समेत गिरफ़्तार किया गया था। पांच राज्यों में चलाए गए इस पूरे ऑपरेशन के दौरान पुलिस द्वारा कुल 7 नशा तस्करों को गिरफ़्तार किया गया है और 70.42 लाख नशीली गोलियां, 2.37 लाख रुपए की ड्रग मनी और 725.5 किलो नशीले ट्रामाडोल पाउडर की बरामदगी हुई है। इन पांच राज्यों में पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र शामिल हैं।

डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि इन दो नशा तस्करों की गिरफ़्तारी के बाद एसपी एसटीएफ विशालजीत सिंह और डीएसपी एसटीएफ वविंदर कुमार के नेतृत्व अधीन पुलिस टीमों ने इस रैकेट के मुख्य सरगना ऐलेक्स पालीवाल को उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में ट्रेस करके गिरफ़्तार करने में कामयाबी हासिल की और उसके कब्ज़े से 9.04 लाख नशीली गोलियां और 1.37 लाख रुपए की ड्रग मनी बरामद की।

उन्होंने बताया कि दोषी ऐलेक्स पालीवाल के खुलासे के उपरांत हिमाचल प्रदेश में कार्रवाई करते हुए ड्रग कंट्रोल अफ़सर सुखदीप सिंह और रमनीक सिंह की मौजूदगी में पुलिस टीमों ने बायोजैनेटिक ड्रग प्राईवेट लिमिटेड की जांच की और रिकॉर्ड ज़ब्त किए। इन रिकॉर्डों से पता लगा कि कंपनी ने केवल आठ महीनों में 20 करोड़ से अधिक एल्पराज़ोलम गोलियों का निर्माण किया। रिकॉर्डों से महाराष्ट्र की मैसर्ज ऐस्टर फार्मा को की जाने वाली सप्लाई का भी पता लगा। इस संबंधी अधिक जांच से बद्दी स्थित बायोजैनेटिक ड्रग प्राईवेट लिमिटेड की दूसरी फार्मा निर्माण कंपनी स्माईलैक्स फार्मा कैम ड्रग इंडस्ट्रीज का पर्दाफाश हुआ।

डीजीपी ने कहा कि स्माईलैक्स फार्मा कैम ड्रग इंडस्ट्रीज के विरुद्ध की गई कार्यवाही के दौरान 47.32 नशीले कैप्सूल और 725.5 किलो नशीले ट्रामाडोल पाउडर-जो कि 1.5 करोड़ कैप्सूल बनाने के लिए काफ़ी था बरामद हुआ। रिकॉर्ड से पता लगा है कि स्माईलैक्स फार्मा कैम ड्रग इंडस्ट्रीज ने एक साल के अंदर 6500 किलोग्राम नशीला ट्रामाडोल पाउडर खरीदा था। उन्होंने कहा कि इसी दौरान ही नशीले पदार्थों की ट्रांसपोर्टेशन और वितरण संबंधी जांच करते हुए नशीले पदार्थों की तस्करी के अंतरराज्यीय नेटवर्क की जांच करते हुए 4 अन्य सप्लायर जिनकी पहचान इंतज़ार सलमानी, प्रिंस सलमानी, बलजिंदर सिंह और सूबा सिंह के तौर पर हुई है को गिरफ़्तार किया गया। पुलिस टीमों ने चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन के नज़दीक ट्रांसपोर्टेशन वाहन में से 9.80 लाख नशीली गोलियां/कैप्सूल की खेप बरामद की। उन्होंने आगे कहा कि इस संबंधी आगे की पूछताछ जारी है, और अन्य गिरफ़्तारियां होने की उम्मीद है।


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