लोकसभा चुनाव में किस ओर चलेगा सिरमौर

By: May 3rd, 2024 12:06 am

जिला की तीन विधानसभा सीटें कांग्रेस, दो भाजपा के पास होने से कड़ी टक्कर के संकेत

सूरत पुंडीर – नाहन

हिमाचल प्रदेश में लोकसभा चुनाव की उल्टी गिनती लगभग शुरू हो गई है। इसके साथ ही राजनीतिक सरगर्मियां भी तेज हो गई हैं। हिमाचल प्रदेश की चारों लोकसभा सीटों पर भाजपा व कांग्रेस ने अपने उम्मीदवारों की घोषणा के बाद अब ग्राउंड स्तर पर कार्य करना शुरू कर दिया है। शिमला लोकसभा क्षेत्र के जिला सिरमौर की पांच विधानसभा सीटों पर भाजपा व कांग्रेस सीधे तौर पर आमने-सामने हैं। गत दो लोकसभा चुनाव के अलावा पिछले दो विधानसभा चुनावों में भाजपा को सिरमौर जिला में काफी समर्थन मिला। इसका परिणाम यह रहा है कि सिरमौर जिला में भारतीय जनता पार्टी मजबूर होती गई तथा कांग्रेस पिछड़ती गई। वर्ष 2009 से शिमला लोकसभा सीट भारतीय जनता पार्टी के पास है। इसके अलावा सिरमौर जिला की यदि बात की जाए, तो सिरमौर जिला की पांच विधानसभा सीटों में वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में जहां नाहन विधानसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के डा. राजीव बिंदल विजयी रहे थे, तो वहीं रेणुका विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के विनय कुमार, शिलाई विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के बलदेव तोमर ने जीत हासिल की थी। पांवटा विधानसभा सीट भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता सुखराम चौधरी के पास रही थी, जबकि पच्छाद विधानसभा सीट पर 2017 के चुनाव में भाजपा के सुरेश कश्यप विजयी रहे थे।

वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव के दो वर्ष बाद 2019 में लोकसभा के चुनाव हुए तथा पच्छाद विधानसभा क्षेत्र से तत्कालीन विधायक सुरेश कश्यप को भारतीय जनता पार्टी ने लोकसभा के चुनाव मैदान में भाजपा के टिकट पर उतारा। भाजपा का सुरेश कश्यप पर दांव खेलना सफल रहा तथा देश भर में नरेंद्र मोदी की लहर के चलते सुरेश कश्यप ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कर्नल धनीराम शांडिल को दो लाख से अधिक मतों से पराजित करने में सफलता प्राप्त की। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में सबसे बड़ी बात सिरमौर जिला की पांच विधानसभा सीटों पर यह रही कि पांचों विधानसभा सीटों से भारतीय जनता पार्टी को जबरदस्त बढ़त मिली। एचडीएम

भाजपा के लिए चुनौती

अब 2024 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को वर्ष 2019 का इतिहास दोहराना चुनौती बन रहा है। इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि वर्ष 2022 में हिमाचल प्रदेश में जो विधानसभा चुनाव हुए, उसमें सिरमौर जिला की तीन सीटों पर कांग्रेस के विधायक विजयी रहे। सिरमौर जिला में कांग्रेस को शिलाई, नाहन व रेणुका विधानसभा क्षेत्र से जीत दर्ज हुई। सिरमौर जिला की वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में जिस सीट पर भारतीय जनता पार्टी को सबसे कम मतों से हार मिली थी, वह शिलाई विधानसभा क्षेत्र था। शिलाई विधानसभा क्षेत्र से वर्तमान में प्रदेश सरकार में वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री हर्षवर्धन चौहान को केवल 382 मतों से जीत हासिल हुई थी। शिलाई विधानसभा सीट पर 2022 के विधानसभा चुनाव में हर्षवर्धन चौहान को 32093 वोट हासिल हुए थे। भाजपा के बलदेव तोमर ने हर्षवर्धन चौहान को कांटे की टक्कर दी थी, लेकिन अंत में बलदेव तोमर को केवल 382 मतों से हार का मुंह देखना पड़ा था।

525 ने दबाया था नोटा

शिलाई विधानसभा क्षेत्र से आम आदमी पार्टी के नाथू राम चौहान को 488 वोट, जबकि राष्ट्रीय देवभूमि पार्टी के सुरेश कुमार को 454 मत मिले थे। 525 मत नोटा के डाले गए थे, जबकि 242 मत रिजेक्ट हुए थे।

2022 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का डंका

शिलाई विधानसभा क्षेत्र की यदि बात की जाए तो वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के सुरेश कश्यप को शिलाई विधानसभा क्षेत्र से 28859 मत हासिल हुए थे। कांग्रेस के धनीराम शांडिल को 17409 वोट पड़े थे। शिलाई विधानसभा सीट पर भाजपा को वर्ष 2019 में 11450 मतों की लीड मिली थी, लेकिन 2022 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 382 मतों से चुनाव जीता था।


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