सरकार का रिमोट मेरे ही हाथ

By: Jan 13th, 2018 12:08 am

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर बोले, सुरक्षित मंजिल तक पहुंचाएंगे विकास की गाड़ी

तपोवन— मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शुक्रवार को कहा कि सरकार का रिमोट कंट्रोल पूरी तरह से मेरे हाथ में है और प्रदेश के विकास की गाड़ी सुरक्षित मंजिल तक पहुंचाई जाएगी। शुक्रवार को शीतकालीन सत्र के अंतिम दिन राज्यपाल के अभिभाषण को लेकर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व सरकार के कार्यकाल में जो हुआ, वह अब नहीं होगा। प्रदेश में भ्रष्टाचार और माफिया के लिए कोई जगह नहीं है। पिछली सरकार के कार्यकाल में जिस तरह से वन, शराब और खनन माफिया सक्रिय थे, अब उनके दिन लद गए हैं। प्रदेश में कानून-व्यवस्था को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि कोटखाई व होशियार सिंह कांड से प्रदेश का नाम पूरे देश में बदनाम हुआ है। उन्होंने खासकर कोटखाई प्रकरण का जिक्र करते हुए कहा कि इस मामले में जिस तरह से पुलिस की कार्यप्रणाली जगजाहिर हुई है, उससे लोगों का विश्वास पुलिस से उठा है। इस प्रकरण को सुलझाने के लिए बनाई गई एसआईटी के सभी अधिकारी व कर्मचारी जेल में हैं। मामले में आरोपी बनाए गए सूरज की लॉकअप में हत्या से पुलिस की कार्यप्रणाली संदेह के घेरे में है। आरोपी सूरज की हत्या के कारण उसका गरीब परिवार आर्थिक तंगी से गुजर रहा है, इसलिए सरकार का दायित्व है कि गरीब बेसहारा परिवार की मदद की जाए। अपने एक घंटे के जबाव में मुख्यमंत्री ने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि अभी जख्म ताजे हैं, ऐसे में पीड़ा स्वाभाविक है। प्रदेश की राजनीति में युग परिवर्तन हुआ है। मैं कम बोलता हूं, लेकिन ज्यादा काम करने में विश्वास रखता हूं। मुख्यमंत्री ने विपक्ष की जल्दबाजी पर कहा कि सब्र और संयम का फल मीठा होता है। अभी सरकार को बने हुए 15 ही दिन हुए हैं। सरकार राज्यपाल के अभिभाषण को लंबा भी कर सकती थी और उसमें पूर्व सरकार के कारनामों को उजागर कर सकती थी, लेकिन इस सरकार का बदले की भावना से काम करने का कोई इरादा नहीं है, इसलिए पुरानी बातों का जिक्र छोड़ दिया। मुख्यमंत्री ने विपक्ष द्वारा प्रदेश की खराब वित्तीय स्थिति को लेकर सरकार पर बार-बार रोने के आरोप पर कहा कि प्रदेश पर 46500 करोड़ का ऋण है, बावजूद इसके सरकार इसे विकास में बाधा नही बनने देगी। उन्होंने इस दौरान पूर्व कांगे्रस सरकार के कार्यकाल में बढ़ते ऋण के आंकड़े भी सदन में पेश किए। मुख्यमंत्री ने कहा कि मोदी सरकार ने खुले मन से आर्थिक सहायता प्रदेश को दी, लेकिन पूर्व सरकार ने केंद्र का धन्यवाद करना भी उचित नहीं समझा। 14वें वितायोग के तहत केंद्र ने प्रदेश को 72043 करोड़ की मदद दी थी। उन्होंने विपक्ष को हार से सबक लेने की बात करते हुए कहा कि अब वह दौर खत्म हो गया, जब लोगों को राजनेता गुमराह कर सकते थे। अब जनता नेताओं को बारीकी से देखती व परखती है, यही वजह है कि इस बार चुनावों में बड़ा परिर्वतन आया है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि विपक्ष की गलत नीतियों के कारण ही वे दुर्घटना का शिकार हुए हैं। नई सरकार में संघ के हस्तक्षेप के आरोप पर उन्होंने कहा कि गाड़ी का स्टीयरिंग भी मेरे हाथ में है और गियर भी मेरे पास है। ऐसे में गाड़ी को सुरक्षित मंजिल तक पहुंचाया जाएगा। उन्होंने कहा कि पूर्व सरकार के कार्यकाल में धड़ले से खोले गए शैक्षणिक व स्वास्थ्य संस्थानों को बंद करने से पहले इन पर सोच विचार किया जाएगा। उन्होंने नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री द्वारा उठाए गए सवाल पर सदन को आश्वस्त किया कि उनकी सरकार को कोई जल्दबाजी नही है, लेकिन जो संस्थान बंद करने लायक होंगे, उन्हें बंद किया जाएगा। उन्होंने विपक्ष के सवाल पर जवाब देते हुए कहा कि भाजपा का विजन डॉक्यूमेंट एक सरकारी दस्तावेज है और उसे सरकार हर हाल में पूरा करेगी। चर्चा में 20 सदस्यों ने हिस्सा लिया। गुरुवार को सदन में शुरु हुई इस चर्चा में पहले दिन 16 सदस्यों ने, जबकि शुक्रवार को चार सदस्यों ने हिस्सा लिया।

सूरज के परिवार को तीन लाख की मदद

तपोवन- मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कोटखाई सामूहिक दुष्कर्म एवं हत्याकांड मामले में पुलिस हिरासत में दम तोड़ने वाले नेपाली युवक सूरज के परिवार के लिए तीन लाख रुपए की सहायता राशि की घोषणा की। सूरज मामले में आरोपी था


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