प्रवीण कुमार शर्मा सतत विकास चिंतक

इसमें कोई दो राय नहीं कि जलविद्युत परियोजनाओं के निर्माण में पूर्व  की अपेक्षा अधिक मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। प्रति यूनिट विद्युत उत्पादन में अधिक लागत के कारण भी निवेशक हाथ पीछे खींच रहे हैं। परंतु धौलासिद्ध और लुहरी में एसजेवीएनएल ने निवेश करके यह साबित कर दिया कि जलविद्युत परियोजनाएं घाटे

प्रवीण कुमार शर्मा सतत विकास चिंतक दोनों प्रक्रियाओं के अपने-अपने गुण-दोष हैं। मनोनयन से पार्टी के प्रति निष्ठा व अनुशासन को बढ़ावा मिलता है। पार्टी विस्तार के दौरान यह प्रक्रिया बहुत लाभदायक सिद्ध हुई। सत्ता काल में इस प्रक्रिया में सबसे बड़ा दोष यह है कि योग्यता को अपने लिए खतरा मानते हुए स्थापित नेतृत्व