यूथ लाइफ

विवि अनुदानयोग की राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा यानी नेट के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू कर दी है। उम्मीदवार यूजीसी नेट की आधिकारिक वेबसाइट पर आवेदन कर सकते हैं। नए सत्र में विभिन्न यूनिवर्सिटी में पीएचडी एडमिशन के लिए यह प्रदेश के हजारों छात्र परीक्षा देंगे। इसके साथ ही यूजीसी ने यह ...

राज्य के सरकारी स्कूलों में नया सैशन शुरू हो चुका है। प्रदेश के स्कूलों में साढ़े पांच लाख बच्चे पंसद की वर्दियां पहनेंगे। इसी सप्ता स्कूलों में पीटीएम की बैठकें होंगी जिसमें अभिभावक, एसएमसी तय करेगे कि बच्चों को कौन से रंग की वर्दी सिलेक्ट किए जाए। प्रदेश सरकार की ये मुहिम इसलिए ...

शिमला हिमाचल प्रदेश विवि ने प्रशासनिक कारणों के चलते यूजी और पीजी एंट्रेस के शेड्यूल को रद्द किया है। एचपीयू के डीन ऑफ स्टडी प्रो. बीके शिवराम की ओर से इस बारे में अधिसूचना जारी की गई है। इसमें कहा गया है कि 20 मई से ये एंट्रेस टेस्ट होने हैं जिसकी लिस्ट दोबारा जारी की जाएगी। कुछ पेपर आपस में क्लैश हो रहे थे जिसके चलते पुराने शेड्यूल को...

हिमाचल प्रदेश तकनीकी विश्वविद्यालय हमीरपुर ने हिमाचल प्रदेश कॉमन एंट्रेंस टेस्ट-2024 (एचपीसीईटी) के लिए ऑनलाइन आवेदन करने की तिथि बढ़ाई है। पात्र अभ्यर्थी अब प्रवेश परीक्षा के लिए 25 अप्रैल तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। तकनीकी विवि की प्रवेश परीक्षा ...

प्रदेश के छात्र इग्रू से विभिन्न कोर्स के लिए 20 अप्रैल तक आवेदन कर सकते हैं। इसके बाद छात्रों को लेट फीस के साथ आवेदन करना होगा, जिसके लिए 500 रुपए फीस लेट देनी होगी। इससे पहले 31 मार्च अप्लाई करने की अंतिम तिथि थी लेकिन छात्रों की मांग को देखते हुए इसे 20 अप्रैल की गई...

प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड भी सीबीएसई को टक्कर देने की तैयारी में है। एचपी बोर्ड सीबीएसई की तरह अपने छात्रों को घर बैठे डिजिलॉकर पर सभी तरह के प्रमाणपत्र देने जा रहा है। दसवीं और जमा दो के अलावा अब प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा आयोजित किए जाने वाले टेट और डीएलएड की परीक्षाओं...

कठिन मेहनत से ही मुकाम हासिल होता है, जिसका ताजा उदाहरण जिला मंडी क्षेत्र के बल्ह विधानसभा क्षेत्र के छोटे से क्षेत्र रत्ती की बिटिया तरुणा ने यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा में देशभर में 203वां स्थान हासिल कर सिद्ध कर दिया है। तरुणा ने पहले ही प्रयास में यह परीक्षा पास कर प्रशासनिक...

यूपीएससी का रिजल्ट आने के साथ ही कामयाबी के किस्सों का एक नया दौर शुरू हो गया है। किस्से उस मेहनत के...जो मुश्किल हालात में भी जंग जीत गई। इन किस्सों में एक कहानी बिल्कुल अलग है। यह कहानी है डी रंजीत की, जो जन्म से बोल और सुन नहीं सकते। बीटेक करने के बाद, जिन्हें इसी वजह से कंपनियों ने नौकरी देने से इनकार कर दिया। कदम-कदम पर उन्हें हर बार एक नई चुनौती से जूझना पड़ा। इसके बावजूद रंजीत ने हार नहीं मानी और यूपीएससी की परीक्षा पास कर कामयाबी की एक नई कहानी गढ़ दी। तमिलनाडु के कोयंबटूर में रहने वालीं अमृतवल्ली को जब पता चला कि उनका बेटा रंजीत न बोल

सोलन। सुबाथू छावनी के मुख्य अधिशाषी अधिकारी योगेश दिलहोर ने परिश्रम से कोई समझौता नहीं किया और नौकरी के साथ-साथ पांच वर्ष की कड़ी मेहनत के बाद यूपीएससी परीक्षा पास कर सफलता हासिल की है। योगेश के पिता रणबीर सिंह नायब सूबेदार के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं और उनकी माता अंजू देवी हैं। योगेश ने यूपीएससी के लिए कोचिंग भी ली लेकिन उन्हें अहसास हुआ कि सेल्फ स्टडी से बेहतर कुछ नहीं। इसके बाद उन्होंने एनसीईआरटी की किताबों की ओर रुख किया और सुबह व शाम