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स्वामी रामस्वरूप परमेश्वर की कोई आकृति नहीं होती और (यस्मात) किसी भी कारण से (न जात:) उत्पन्न नहीं हुआ (इत्येष:) केवल यह परमात्मा ही उपासना के योग्य है। अत: मूर्तिपूजा वेद विरुद्ध है… गतांक से आगे… आपको देखकर अत्यधिक डरे हुए मन वाला मैं धैर्य और शांति को नहीं प्राप्त होता हूं। भाव- ‘ विष्णु

डा. भारती तनेजा मेरे बाल बहुत ही कर्ली हैं और मुझे स्ट्रेट बाल पसंद है, स्ट्रेटनिंग के लिए क्या करना चाहिए? स्मूदनिंग या केरेटिन क्या सही है? -रानी, कांगड़ा स्मूदनिंग एक रासायनिक प्रक्रिया है, जिसमें बालों के बॉन्ड को मजबूत रासायनिक पदार्थों जैसे थायोग्लिकेट के जरिए तोड़ा जाता है, जो बालों को आंतरिक रूप से

उपवास नवरात्र व्रत के दौरान कुछ खास बातों का ख्याल रखें। इस दौरान हमें आहार के साथ-साथ अपने व्यवहार को लेकर भी सादगी का परिचय देना चाहिए। व्रत के दौरान लोग खाने से बचते हैं, जिसका स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है। नवरात्र में पूरे नौ दिन व्रत रखना आसान बात नहीं है। व्रत के

श्रीराम शर्मा प्रगति के पथ पर चलते हुए यदि दूसरों का सहयोग मिल सकता है, तो उसे प्राप्त करने में हर्ज नहीं। सहयोग दिया जाना चाहिए और आवश्यकतानुसार लेना भी चाहिए। पर इस तथ्य को ध्यान में रखना चाहिए कि हमारी मूलभूत आवश्यकता हमें स्वयं ही पूरी करनी पड़ती है, दूसरों के सहयोग से थोड़ा

सद्गुरु जग्गी वासुदेव जहां कहीं भी संस्कृति बहुत पुरानी रही है, वहां जीवन के गूढ़ आयाम बहुत सक्रिय होंगे। जहां भी संस्कृति नई है, अर्थशास्त्र और सामाजिक कुशलता सबसे ज्यादा सक्रिय होंगे, क्योंकि वे ही प्रथम चीजें हैं जिन पर तुम अपने जीवन में ध्यान देते हो… भारत में, चाहे तुम इसे पसंद करो या

स्वामी विवेकानंद गतांक से आगे… दस फरवरी को स्वामी जी हैदराबाद पहुंचे। वहां पहुंचकर उनका काफी स्वागत किया गया। 17 फरवरी को स्वामी जी हैदराबाद की मित्र मंडली व भक्तगणों से विदा लेकर फिर मद्रास लौट आए। इसी बीच स्वामी जी ने एक सपना देखा कि श्री रामकृष्ण देव दिव्य देह धारण कर समुद्र के

* असफता ये बताती है कि प्रयास पूरे मन से नहीं किया गया * जैसे जल से अग्रि को शांत किया जाता है, वैसे ही ज्ञान से मन को शांत रखना चाहिए *एक नियंत्रित और शांत मन संसार में सबसे शक्तिशाली होता है, ऐसे मन के सामने संपूर्ण ब्रह्मांड नतमस्तक हो जाता है *अगर जिंदगी

(किशोरावस्था एवं युवावस्था) जे.पी. शर्मा, मनोवैज्ञानिक नीलकंठ, मेन बाजार ऊना मो. 9816168952 बालक जब आयु के 14वें वर्ष में प्रवेश करता है, तो उसे अव्यस्क या किशोरावस्था का आरंभ कहते हैं, जिसके उपरांत पुरुष 21वें एवं स्त्रियां 18वें वर्ष में पूर्णतया युवावस्था में प्रवेश कर लेते हैं। किशोरवस्था एक गंभीर मनोवस्था है जब कई किस्म

फल तो सभी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं, लेकिन क्या आपने रामबुतान फल के बारे में सुना है? कम ही लोग इस फल के बारे में जानते हैं। लीची जैसा दिखने वाला यह फल भले ही आम बाजार में कम देखने को मिले, लेकिन सुपरमार्केट्स और ऑनलाइन स्टोर से आप इसे आसानी से