कम्पीटीशन रिव्यू

नई दिल्ली । यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा (सीएससी) 2024 के लिए आवेदन विंडो 5 मार्च, 2024 को बंद हो जाएगी। जो उम्मीदवार आईएएस, आईपीएस, आईएफएस अधिकारी बनने का सपना देख रहे हैं, वे 5 मार्च को शाम...

अब ग्रेजुएशन के छात्रों को अनिवार्य रूप से इंटर्नशिप करनी ही होगी। इसके लिए यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन की एक नई ड्राफ्ट गाइडलाइन बनाई है। नई ड्राफ्ट गाइडलाइन के मुताबिक ग्रेजुएशन कोर्सेज में पढऩे वाले...

हिमाचल में क्लास थ्री की सरकारी भर्तियों के लिए कम्प्यूटर बेस्ड टेस्ट यानी सीबीटी लागू होगा। दीपक सानन कमेटी की सिफारिश के अनुसार कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट यानी सीईटी को अभी लागू नहीं किया जा रहा ...

शिमला। हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग की ओर से राजीव गांधी आयूर्वेद कालेज पपरोला के लिए लेक्चरर के पदों के लिए पर्सनेलिटी टेस्ट लिया ...

शिमला हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के नि:शुल्क कोचिंग सेंटर में एचएएस की नि:शुल्क कोचिंग के लिए अब अभ्यर्थी 11 मार्च तक आवेदन कर सकते हैं। एचपीयू ने छात्रों को राहत देते हुए आवेदन की तिथि को बढ़ाया है।

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मंडी अपनी तरह का पहला स्वदेशी क्वांटम कम्प्यूटर विकसित कर रहा है, जो कमरे के तापमान में तेजी से गणना करने के लिए फोटॉन का उपयोग करेगा। क्वांटम कम्प्यूटिंग एक तेजी से उभरती हुई तकनीक है, जो शास्त्रीय कम्प्यूटरों के लिए बहुत जटिल समस्याओं को...

हिमाचल प्रदेश में स्कूल शिक्षा बोर्ड की ओर से दसवीं व जमा दो की शैक्षणिक सत्र 2023-24 की वार्षिक परीक्षाओं का संचालन किया जा रहा है। बोर्ड की ओर से आज यानी शुक्रवार को जमा दो की अंग्रेजी विषय की परीक्षा करवाई जा रहा है। परीक्षा के लिए विद्यार्थी सुबह आठ बजकर 45 मिनट पर परीक्षा...

हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग की ओर से आयुष विभाग और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग में विभिन्न पदों को भरने के लिए ऑनलाइन आवेदन मांगे गए हैं। इच्छुक अभ्यर्थी आयोग की वेबसाइट पर 27 मार्च तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आयुष विभाग में होम्योपैथि

प्रदेश विश्वविद्यालय में भी अब छात्रों की सुविधा के लिए एबीसी सिस्टम शुरू कर दिया गया है। इसके लिए विभाग की ओर से वेबसाइट पर ऑनलाइन लिंक डाला गया है। नए सत्र से छात्रों के लिए नई शिक्षा नीति के तहत यह सुविधा शुरू हो जाएगी। गौर हो कि एडीबी एक वर्चुअल स्टोर-हाउस है, जो हर स्टूडेंट के डाटा का रिकॉर्ड रखेगा। इसके लिए कालेज और यूनिवर्सिटीज को एकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट स्कीम में अपना रजिस्ट्रेशन करना होगा। इसके बाद वहां पढऩे वाले हर स्टूडेंट का डाटा स्टोर होना शुरू हो जाएगा। यदि कोई स्टूडेंट बीच में ही पढ़ाई छोड़ देता है तो उसे टाइम पीरियड के हिसाब से सर्टिफिकेट, डिप्लोमा या डिग्री दी जाएगी।