बिलासपुर —  डीएवी स्कूल बिलासपुर के 30 वर्ष पूरे होने पर पर्ल जुबली समारोह के आयोजन की धूम रही। प्रधान डीएवी कालेज मैनेजिंग कमेटी पूनम सूरी द्वारा डीएवी स्कूल के पर्ल जुबली समारोह का विधिपूर्वक आयोजन किया। बच्चों की रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी सराहनीय रहीं। इस अवसर पर प्रधान पूनम सूरी ने आनंद स्वामी एमपीथियेटर

नाहन —  आंगनबाड़ी, मिड-डे मील, आशा वर्कर्ज ने शुक्रवार को जिला मुख्यालय नाहन में सीटू के बैनर तले प्रदर्शन किया तथा केंद्र व प्रदेश सरकार को ज्ञापन प्रेषित किए। शुक्रवार को करीब साढ़े 11 बजे सैकड़ों वर्कर नाहन बस अड्डे पर एकत्रित हुए तथा अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी करते हुए मुख्य बाजार से

लाखों का सामान स्वाह, विभाग ने बुझाई आग ऊना – ऊना मुख्यालय के साथ लगते गांव अपर अरनियाला में आग लगने से एक रिहायशी मकान जलकर राख हो गया है। अग्निशमन विभाग ऊना के दलबल ने स्थानीय ग्रामीणों के सहयोग से आग पर काबू पाया। आग से लाखों का नुकसान होने का अनुमान है। जानकारी

गगल —  मांझी दरिया पर बैली ब्रिज पर जरा सी कोताही ड्राइवरों को भारी पड़ सकती है।   पुल के किनारों पर करीब आधा फुट होल रह गया है। ऐसे में जरा सी चूक पर गाड़ी इसमें फंस सकती है,तो राहगीर के इसमें फंसने का खतरा भी अलग से है। गौर रहे कि कुछ दिन पहले

शिमला  – भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन की जिला शिमला इकाई ने शुक्रवार को रोहड़ू चिढ़गांव के तांगणू में हुए अग्निकांड पीडि़तों के लिए राहतकोश अभियान जारी रखते हुए शिमला, कुसुम्पटी के एसडीए कॉप्लेक्स मे चंदा एकत्रित किया। जिला अध्यक्ष मनीष ठाकुर ने सब लोगों से इस मुश्किल घड़ी में गांव वालों को फिर से एक

जिला सिरमौर व शिमला की सीमा पर स्थित ऐतिहासिक व धार्मिक स्थल चूड़धार अपने आप में स्वर्ग की दूसरी सीढ़ी है। यहां पहुंचने पर श्रद्धालु अपने आपको जहां स्वर्ग लोक में महसूस करते हैं, वहीं चूड़धार में अमरनाथ यात्रा का भी अनुभव मिलता है। श्री शिरगुल महाराज के इस ऐतिहासिक मंदिर में वर्ष में छह

यहां कृष्ण संग विराजित है सुदामा, दोस्ती को समर्पित है यह मंदिर। भारत में ऐसे न जाने कितने कृष्ण मंदिर हैं जहां कि अपनी अलग विशेषता है। ऐसा ही एक मंदिर मध्य प्रदेश के उज्जैन से कुछ दूरी पर स्थित है। इस मंदिर को नारायण धाम के रूप में जाना जाता है। यह मंदिर कृष्ण

त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग महाराष्ट्र-प्रांत के नासिक जिला में है। यहां के निकटवर्ती ब्रह्म गिरि नामक पर्वत से गोदावरी नदी का उद्गम है। इन्हीं पुण्यतोया गोदावरी के उद्गम-स्थान के समीप त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग अवस्थित है। गौतम ऋषि तथा गोदावरी के प्रार्थनानुसार भगवान शिव इस स्थान में वास करके त्र्यंबकेश्वर नाम से विख्यात हुए। मंदिर के अंदर एक छोटे

मंगलनाथ मंदिर की गिनती भारत के प्रमुख मंदिरों में की जाती है। मंदिर प्रमुख धार्मिक नगरी उज्जैन में स्थित है। इस मंदिर की महिमा अपरंपार है। यहां आकर कोई भक्त निराश नहीं लौटता। यह मंदिर भक्तों की सभी विपदाओं को हर लेता है। इसी कारण इस मंदिर का विशेष महत्त्व है। अपनी कुंडली में मंगल