बिलासपुर

शाहतलाई —एक महीने तक चलने वाले 14 मार्च  से 13 अप्रैल चैत्र मेले के दौरान लाखों की तादाद में श्रद्धालु शाहतलाई पहुंचते हैं। हालांकि अब पिछले कई वर्षों से साल भर श्रद्धालुओं का अपनी आस्था को लेकर बाबा  के दरबार में आना-जाना लगा रहता है, लेकिन विशेषकर चैत्र मेले के प्रति श्रद्धालुओं की आस्था अलग

 बिलासपुर —गोविंदसागर के मुहाने पर लुहणू मैदान में 17 से लेकर 23 मार्च तक सजने वाले राज्य स्तरीय नलवाड़ी मेले में इस बार हेलिकाप्टर सेवा शुरू की जाएगी। भाखड़ा विस्थापितों को आसमान से गोविंदसागर, पूरे शहर व एम्स साइट संग आसपास के पूरे क्षेत्र की सैर करवाने के लिए चौपर सेवा शुरू करने का निर्णय

 नयनादेवी —केंद्र सरकार द्वारा हिमाचल में विकास हेतु अनेक प्रगतिशील पग उठाए हैं। हिमाचल के विकास को गति प्रदान करने के लिए अनेक केंद्रीय योजनाएं प्रदेश में चलाई जा रही हैं। यह जानकारी अनुराग ठाकुर लोकसभा सांसद हमीरपुर संसदीय क्षेत्र ने रविवार को दबट-मजारी पटवार वृत्त कार्यालय के नवभवन के शिलान्यास उपरांत बस्सी में जनसभा

बरठीं —दि बड़गांव ग्राम सेवा सहकारी सभा समिति का वार्षिक अधिवेशन सभा के सचिव राजेश कुमार ने पूरे वर्ष का आय-व्यय का ब्यौरा देकर प्रारंभ किया। इस अवसर पर सभा के सचिव राजेश कुमार ने लोगों के सामने सोसायटी की उपलब्धियां पूरे वर्ष की आमदनी व खर्च का पूरा ब्यौरा दिया। इसके बाद सभा के

 बिलासपुर  —जाहू से चंडीगढ़ नॉन स्टॉप बस को विधानसभा क्षेत्र घुमारवीं के विधायक राजेंद्र गर्ग हरी झंडी दिखाकर 12 मार्च को प्रातः रवाना करेंगे। यह जानकारी सरकारी प्रवक्ता ने देते हुए बताया कि लोगों की पुरानी मांग को स्थानीय विधायक राजेंद्र गर्ग व सदर विधानसभा क्षेत्र के विधायक सुभाष ठाकुर द्वारा परिवहन मंत्री गोविंद ठाकुर

नम्होल —नम्होल के साथ लगते मलोथी गांव की एक पहाड़ी में सात गउओं और बैलों के शव पाए गए हैं। इस दिल दिलहाने वाले मामले से गांववासी हैरान हैं। वहीं, मौके पर मौजूद पुलिस और स्थानीय लोगों का कहना है कि इन मृत पशुओं को जबरदस्ती इस पहाड़ी से फेंका गया है, जिससे इनकी मौत

 बिलासपुर  —फोरलेन विस्थापित समिति ने कहा है कि कीरतपुर से नेरचौक तक निर्माणाधीन फारलेन एक्सप्रेस हाई-वे का निर्माण पिछले चार वर्षों से अधिक समय से अधूरा पड़ा है जबकि  इसे तीन वर्षों के भीतर निर्मित करके  लोगों को समर्पित किए जाने की घोषणा की गई थी, परंतु पिछले चार वर्षों से इसका काम पूरी तरह

चांदपुर —कोई भी दुर्घटना हो जाए और उसमें हैड इंजरी हो व समय पर इलाज की व्यवस्था न हो सके तो अकसर जान चली जाती है। ऐसे में सबसे अधिक आवश्यकता होती है किसी न्यूरो सर्जन की जो हैड इंजरी को सही करके घायल व्यक्ति को जीवन दान दे सके। इसमें अगर सही समय पर