घुमारवीं —  लोक निर्माण विभाग के पास 25 लाख रुपए जमा होने के बावजूद अभी भी फुटपाथ का निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया है। विभागीय लेट-लतीफी लोगों पर भारी पड़ रही है। आलम यह है कि विभाग के पास पैसे जमा होने के बावजूद काम शुरू नहीं हो पाया है। इससे यहां से गुजरने

बिलासपुर —  क्षेत्रीय अस्पताल बिलासपुर में कुछेक डाक्टरों की केमिस्ट दुकानें चलाने वालों के साथ मिलीभगत के चलते मरीजों को लिखी जा रही महंगी दवाइयों पर कड़ा संज्ञान लेते हुए सदर हलके के विधायक बंबर ठाकुर ने मोर्चा खोल दिया है। मंगलवार को विधायक की अगवाई में सैकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बस स्टैंड चौक पर

पुराना मटौर – धर्मशाला हलके के आखिरी छोर पर बसी बगली पंचायत में 75 लाख रुपए का भव्य पीएससी भवन तैयार हो गया है। बुधवार सायं मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह इसका उद्घाटन करेंगे। इस पीएचसी से बगली, घणा, चैतड़ू, मनेड, इच्छी, अनसोली, मंदल जैसे इलाकों से हजारों की आबादी को फायदा होगा। वरिष्ठ कांग्रेस नेता चौधरी

चंबा – जिला के तीसा व भरमौर की दूरस्थ 25 पंचायतों में दोबारा से बर्फबारी बर्फबारी का दौर आरंभ होने से बिजली व्यवस्था की बहाल की विभागीय कवायद को करारा झटका लगा है। मंगलवार को बर्फबारी का दौर लगातार जारी रहने से तीसा व भरमौर के डेढ़ सौ गांवों में पांचवंे दिन बाद भी बिजली

सुंदरनगर —  बारिश और बर्फबारी से आईपीएच को 2.14 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है, जिसके तहत  सुंदरनगर सर्किल के विभिन्न आईपीएच मंडलों में सैकड़ों स्कीमें प्रभावित हुई हैं। विभागीय अधिकारी नुकसान का आकलन लगाने व फील्ड से रिपोर्ट लेने के कार्य में जुटा हुआ है। पांच दिन के बीत जाने के बाद भी सर्किल

पालमपुर – पालमपुर क्षेत्र के अग्रणी शिक्षण संस्थान न्यूगल पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल बिंद्रावन में वार्षिक पुरस्कार पारितोषिक वितरण समारोह धूमधाम से मनाया गया। सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान बच्चों ने देशभक्ति के तरानों पर जमकर समां बांधा। इस समारोह में जिला कांगड़ा के पुलिस अधीक्षक संजीव गांधी ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। सेना की वर्दी

भुंतर —  बर्फबारी ने दस हजार फुट से अधिक ऊंचाई वाली प्रदेश की 40 से अधिक चोटियों ने आने वाले छह से आठ माह के लिए सफेदी ओढ़ ली है। करीब चार माह तक काली-भूरी सी दिखनी वाली ये पर्वतमालाएं करीब छह माह तक सफेदी को ओढ़े रखेंगी। इन ऊंची पर्वतमालाओं में कुल्लू जिला की

केलांग —  लाहुल-स्पीति में पौराणिक परंपराओं का आज भी निर्वहन किया जा रहा है। यहां आज भी परंपराएं व रीति-रिवाज वैसे ही निभाए जाते हैं, जैसे सदियों पहले निभाए जाते थे। नए साल के शुभांरभ पर लाहुलवासियों द्वारा मनाया जाना वाला  फागली उत्सव लाहुलवासियों के लिए सबसे खास है। हर साल ही तरह इस वर्ष

ज्वालामुखी – लोहड़ी के उपलक्ष्य पर नादौन ब्यास पुल के निकट आयोजित लोहड़ी ट्रेड फेयर में पकवानों के नए स्टॉल लगे हैं। धीरे-धीरे मेले में रौनक बढ़ने लगी है। इसके कारण मंगलवार को भी काफी संख्या में लोग मेले में पहुंचे। मेले में उत्तर प्रदेश के फरूखाबाद से आए विकास ने क्रॉकरी का स्टॉल लगाया