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इन दिनों कोरोना वायरस मेडिकल जगत में चर्चा का विषय बना हुआ है। इस वायरस के फैलने के मामले सामने आ रहे हैं, जिससे चिकित्सा विशेषज्ञों के बीच चिंता बढ़ी हुई है। कोरोना वायरस का प्रकोप पहले तो चीन में ही देखने को मिल रहा था, लेकिन अब भारत में भी इस वायरस ने दस्तक

इस संक्रमण में एक या दोनों फेफड़ों के वायु के थैलों में द्रव या मवाद भर जाता है और सूजन आ जाती है, जिससे बलगम या मवाद वाली खांसी, बुखार, ठंड लगने और सांस लेने में तकलीफ  होने जैसी समस्या हो सकती है… निमोनिया को लोग आमतौर पर साधारण स्वास्थ्य समस्या मानते हैं, लेकिन यह समस्या

*  आंखों की थकान दूर करने के लिए गुलाबजल में रुई भिगोकर आंखों पर रखनी चाहिए। *  आंखों के नीचे काले घेरों को दूर करने के लिए बादाम  के तेल से मसाज करनी चाहिए। *  त्वचा को मुलायम व चमकदार बनाने के लिए एक चम्मच शहद में नींबू का रस मिलाकर लगाएं। *  फटी एडि़यों

स्वामी रामस्वरूप श्रीकृष्ण महाराज ने यहां स्पष्टतः ईश्वर को त्यागकर अन्य देवों की पूजा न करने का आह्वान किया है। हम वेदों के अध्ययन द्वारा उस निराकार परमेश्वर के स्वरूप, गुण, कर्म, स्वभाव को जानने का संकल्प लें।  तभी हमें सत्य का बोध होगा और हमारे मनुष्य जीवन का लक्ष्य जो ईश्वर प्राप्ति है, वह

ये कहावत बहुत पुरानी है कि मौत बहाना ढूंढती है। कई बार बाहर से स्वस्थ लगने वाला व्यक्ति अचानक से बीमार पड़ता है और जांच कराने पर किसी गंभीर बीमारी का शिकार मिलता है। ऐसी घटनाएं हमारे आसपास अकसर घटती हैं और लोग इसे कर्म फल या परमात्मा की इच्छा समझकर भूल जाते हैं। मगर

स्वगर् प्राप्ति रूप फल वाले यज्ञादिक कर्म भी श्रेय है,परंतु प्रमुख श्रेय तो कर्म के फल की कामना न करने में है। इसलिए हे राजन! योगी पुरुष को प्रकृति आदि से पर आत्मा का ही चिंतन करना चाहिए,क्योंकि उसी का संयोग रूप श्रेय यथार्थ श्रेय है। श्रेयांस्येवमनेकानि शतशोऽथ सहस्रशंः। संत्यत्र परमार्थस्तु न त्वेते श्रुयता व 

*           जो पानी से नहाएगा वो सिर्फ लिबास बदल सकता है,लेकिन जो पसीने से नहाएगा, वो इतिहास बदल सकता है *           जिसे धीरज है और जो मेहनत से नहीं घबराता, कामयाबी उसकी दासी है *         अभिमान की अपेक्षा नम्रता से अधिक लाभ होता है *           ईश्वर के हाथ देने के लिए खुले हैं, लेने के

एक मजबूत रिश्ता न केवल आपको एक बेहतर इंसान बनाता है, बल्कि भावनात्मक रूप से सक्रिय भी करता है। ये भावनाएं आपके बच्चे के मानसिक स्वास्थ्य को सीधे और सकारात्मक रूप से प्रभावित करती हैं। अपने बच्चों के साथ अपनी बांडिंग करते समय, उन्हें बताएं कि आप उनसे कितना प्यार करते हैं। आप अपनी बॉडी

कम्प्यूटर या लैपटाप पर बैठकर काम करना हो या फाइल वर्क करना हो, कोई भी आफिस वर्क हो या लिखाई-पढ़ाई का काम अधिकांश कामों में गर्दन झुकाकर काम करने की जरूरत पड़ती है। लेकिन कई बार अत्यधिक तनाव और अनावश्यक प्रेशर के कारण गर्दन में दर्द या उससे संबंधित समस्याएं उत्पन्न होने लगती हैं, जो