वैचारिक लेख

स्वतंत्र लेखक सेना में राशन भारतीय सेना में बनाए गए नियम, कानून, रस्म, तरीके सालों के तजुर्बे और कड़ी कसौटी पर जांच-परख एवं समीक्षा कर प्रयोग में लाए गए हैं। ज्यादातर हमारी सेना के सैनिकों का रहन-सहन, खान-पान, दिनचर्या या दूसरे शब्दों में कहो तो सारा सिस्टम अभी भी उसी तरह चल रहा है जैसा

राजेंद्र पालमपुरी लेखक, मनाली से हैं देवभूमि हिमाचल में सिंगल यूज प्लास्टिक पर पूर्ण रूप से बैन करने को हिमाचल प्रदेश सरकार सख्त रुख अपनाने पर बाध्य है। गत 23 सितंबर को एक टीवी चैनल से बात करते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने यह कहते हुए स्पष्ट किया कि प्रदेश में वन टाइम

प्रो. एनके सिंह अंतरराष्ट्रीय प्रबंधन सलाहकार 2008 के अंत में इंडिया टुडे द्वारा किए गए एक सर्वेक्षण में देश के लोगों ने भगत सिंह को स्वतंत्रता के लिए भारतीय संघर्ष के सबसे महान भारतीय के रूप में दिखाया। महात्मा गांधी और जवाहरलाल नेहरू ने क्रांतिकारियों की हिंसक पद्धति की सराहना नहीं की और उन्हें आतंकवादी

भूपिंदर सिंह राष्ट्रीय एथलेटिक प्रशिक्षक राजकीय महाविद्यालय धर्मशाला की कनीजों ने पांच हजार व दस हजार मीटर की दौड़ को सम्मानजनक समय में दौड़ते हुए धर्मशाला को दो स्वर्ण पदक दिलाए। इन चार मध्य व लंबी दूरी की स्पर्धाओं में हिमाचली धाविकाएं अखिल भारतीय अंतर विश्वविद्यालय एथलेटिक्स प्रतियोगिता में पदक जीत सकती हैं… धर्मशाला के

पूरन सरमा स्वतंत्र लेखक मैं सरकार बदलने का ही इंतजार कर रहा था। चुनाव हुए और सरकार बदल गई। मेरी नजर प्रदेश साहित्य अकादमी के अध्यक्ष पद पर थी। मैं शासन सचिवालय के गलियारों में चक्कर लगाने लगा। पुराने ब्यूरोक्रेट्स से मिलना-जुलना प्रारंभ किया, लेकिन इससे बात बन नहीं रही थी। सभी का कहना था

फिरोज बख्त अहमद स्वंत्रत लेखक 1991 और फिर 2003 में प्रयाग पीठ शंकराचार्य स्वामी माधवानंद सरस्वती जी ने एक समाधान राम-बाबरी प्रकरण का सुझाया था कि अयोध्या परिसर में भव्य राम मंदिर के साथ एक भव्य बाबरी मस्जिद का भी निर्माण कराया जाए। इसी प्रकार से अयोध्या स्थित राम मंदिर के पुजारी महंत लाल दास

जगदीश बाली स्वतंत्र लेखक प्राथमिक स्कूलों से लेकर सेकेंडरी स्कूलों तक शतरंज को बच्चों का पसंदीदा खेल बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं। शिक्षा विभाग अब प्रदेश के बच्चों को खंड, जिला, राज्य व राष्ट्रीय स्तर तक आयोजित प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने के लिए तैयार कर रहा है। अध्यापकों को इसके लिए प्रशिक्षित भी

सुरेश सेठ साहित्यकार इस देश के भाग्य में इंतजार लिख दिया गया है। हम सब हैं ही, अच्छे दिनों के आने की इंतजार की प्रतीक्षा सूची में। अभी खबर मिली है कि इस देश का लगभग हर सपना जीवी इनसान बेहतर दिनों की तलाश में विदेश पलायन कर जाने की अंतहीन कतार में बरसों से

प्रेम कुमार धूमल लेखक, पूर्व मुख्यमंत्री हैं इसमें कोई संदेह नहीं कि प्रधानमंत्री मोदी का यह पावन पर्यावरण यज्ञ उसी प्रकार पूरी तरह सफल होगा, जिस प्रकार स्वच्छ भारत अभियान जनभागीदारी के बल पर समूचे राष्ट्र की दशा बदलने में सफल रहा। इसे एक सुखद संयोग ही कहा जाएगा कि हिमाचल सरकार ने भी 2