चंबा

 सुंडला —चमेरा- एक के डैम में घर से गायब महिला की लाश मिली है। बताया जा रहा है मानसिक रूप से परेशान चल रही महिला ने डैम में छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली है। मृतका की पहचान किरण पत्नी राजेश निवासी गांव तियारी पीओ ठाकरमट्टी के तौर पर की गई है। महिला कुछ अरसे से

 सलूणी —उपमंडल की ठाकरी मट्टी पंचायत के दो गांवों में पेयजल की नियमित आपूर्ति न होने से ग्रामीणों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड रहा है। ग्रामीणों को चिलचिलाती गर्मी में कई किलोमीटर दूर प्राकृतिक चश्मे से पानी लाकर अपनी ओर मवेशियों की प्यास बुझाने के अलावा घरेलू कामकाज निपटाने पड़ रहे हैं। ग्रामीणों

पांगी —विधायक जियालाल कपूर ने सोमवार को करयूनी पंचायत के कोठी गांव के लिए एक करोड़ चौदह लाख की लागत से निर्मित संपर्क मार्ग पर एचआरटीसी की बस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। विधायक ने हुडान में कितवास संपर्क मार्ग की आधारशिला रखने के बाद 72 लाख की लागत से निर्मित होने वाले सराय

 चंबा —सीटू जिला कमेटी चंबा ने सोमवार को ढकोग के शहीदों के 12वें शहादत दिवस पर श्रद्धांजलि समारोह का आयोजन किया। समारोह के दौरान शहीदों को श्रद्धासुमन अर्पित किए गए। इस श्रद्धांजलि समारोह में शहीद बाबू राम की पत्नी आशा व परिजन विशेष तौर से मौजूद रहे। उल्लेखनीय है कि दस जून 2006 को चमेरा

सलूणी —आईपीएच मंडल सलूणी में फील्ड स्टाफ  की कमी से इलाके में पेयजल आपूर्ति को बेहतर रखना चुनौती साबित हो रहा है। फील्ड स्टाफ  की कमी के चलते गर्मियों में चरमराई पेयजल व्यवस्था को लेकर अधिकारियों व कर्मचारियों को रोजाना लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ रहा है। हालात ये हैं कि आईपीएच सलूणी

डलहौजी —गुरु नानक पब्लिक स्कूल डलहौजी में बेबी डे आउट फूड एंड फन फेयर का आयोजन किया गया। स्कूल परिसर में आयोजित इस मेले का बच्चों व अभिभावकों ने खूब आनंद उठाया। बच्चों ने अन्य खेलों के साथ-साथ बुली दा बुल में भी खूब हाथ आजमाए। इस मेले में बच्चों के लिए शिक्षाप्रद खेलों का

 चंबा — विधानसभा उपाध्यक्ष हंसराज ने कहा कि वर्तमान दौर में पर्यावरण संतुलन और जैव विविधता को कायम करना सबसे बड़ी चुनौती है। उन्होंने कहा कि इस दिशा में ठोस और व्यावहारिक प्रयास किए जाने की जरूरत है तभी हम अपनी आने वाली पीढ़ी को संतुलित और संरक्षित पर्यावरण दे पाएंगे। विधानसभा उपाध्यक्ष ने यह बात

 चंबा —चमेरा- एक के जलाशय से गत शुक्रवार को बरामद शव की तीन दिन बीत जाने के बाद भी पहचान नहीं हो पाई। पुलिस ने 72 घंटे तक शव की पहचान न होने की सूरत में उसे लावारिस मानकर सोमवार को एसडीएम की इजाजत के बाद दाह संस्कार हेतु नगर परिषद को सौंप दिया गया

 भरमौर —उपमंडल की खड़ामुख-होली मुख्य सड़क पर सफर सुरक्षित नहीं है। कच्चे डंगों के सहारे टिकी इस सड़क के कई हिस्से बेहद खतरनाक हो चुके हैं। वहीं सड़क के ज्यूरा वाले हिस्से में खस्ताहाल सड़क के साथ-साथ यहां पर सुरक्षा के लिहाज से अभी तक क्रैश बैरियर भी नहीं लग पाए हैं, जिसके चलते वाहन