पालमपुर में सीखेंगे खेती की नई तकनीक

By: Jan 17th, 2017 12:05 am

रामपुर बुशहर – रामपुर एचपीएस द्वारा निगमित सामाजिक दायित्व नीति के तहत परियोजना प्रभावित पंचायतों के किसानों को प्रदेश के विभिन्न कृषि, बागबानी एवं वानिकी विश्वविद्यालयों में प्रशिक्षण और प्रदर्शनी के माध्यम से निःशुल्क कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए प्रायोजित किया जा रहा है। इसी कड़ी में सोमवार को चौधरी श्रवण कुमार कृषि विश्वविद्यालय, पालमपुर में आयोजित होने वाले कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए किसानों को रवाना किया गया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन 21 जनवरी तक कृषि विश्वविद्यायल पालमपुर में आयोजित होगा। इसमें वाणिज्यिक वनस्पति उत्पादन एवं जैविक खेती से संबंधित प्रशिक्षण दिया जाएगा। सोमवार को परियोजना प्रमुख सुरेश ठाकुर ने एचपीएस कार्यालय परिसर से कार्यक्रम में भाग लेने के लिए 25 किसानों को पालमपुर के लिए रवाना किया। इस दौरान अपर महाप्रबंधक एके श्रीवास्तव एवं परियोजना के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। सुरेश ठाकुर ने उपस्थित किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम से उन्हें खेती करने के नए एवं आधुनिक तकनीकों के बारे में जानकारी मिलेगी और इन तकनीकों को अपने दैनिक जीवन में अपनाकर वह अपनी आय में वृद्धि कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि रामपुर एचपीएस द्वारा इस कार्यक्रम के तहत इस वित्तीय वर्ष में अब तक 100 किसानों को प्रायोजित किया गया है, जिन्हंे 26 सितंबर से पहली अक्तूबर तक डा. वाईएस परमार बागबानी एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी, सोलन में जैविक खेती एवं नर्सरी उत्पादन और पौध संरक्षण के बारे में प्रशिक्षण दिया गया। जबकि दिनांक पहली से छह दिसंबर तक चौधरी श्रवण कुमार कृषि विश्वविद्यालय, पालमपुर में बागबानी एवं वानिकी फसल उत्पादन संबंधी प्रशिक्षण कार्यक्रमों के लिए प्रायोजित किया गया है। इन प्रशिक्षण कार्यक्रमों में किसानों को फल उत्पादन, सब्जी कटाई, नर्सरी उत्पादन (बागबानी एवं वानिकी फसलों), पौध संरक्षण, जैविक खेती और पर्यावरण प्रभाव आकलन के क्षेत्र में प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षणार्थियों के रहने और आने-जाने का खर्चा और प्रतिदिन हर किसान को दैनिक भत्ते के रूप में 200 रुपए दिए जा रहे हैं।

 


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