एसएफआई आज बोलेगी हल्ला

By: Feb 27th, 2017 12:07 am

newsशिमला  – हिमाचल प्रदेश के केंद्रीय विश्वविद्यालय को प्रदेश में एक स्थायी कैंपस जल्द से जल्द मिलना चाहिए। 2009 से अभी तक इस विवि के कैंपस को बनाने का कार्य करने को छोड़ कांग्रेस और भाजपा सरकारंे इस मुद्दे पर अपनी राजनीतिक रोटियां ही सेकती रही हैं। यह बात एसएफआई अध्यक्ष विवेक राणा ने शिमला में रविवार को आयोजित पत्रकार वार्ता में कही। उन्होंने मांग उठाई कि प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय के लिए स्थायी कैंपस का जल्द निर्माण किया जाए। विवेक राणा ने आरोप लगाते हुए कहा वर्ष 2009 में केंद्रीय विश्वविद्यालय हिमाचल प्रदेश स्थापित हुआ था और वर्ष 2010 से केंद्रीय विश्वविद्यालय की कक्षाएं डिग्री कालेज शाहपुर के भवन में शुरू की गई थी और तब से लेकर आज तक हिमाचल प्रदेश सरकार केंद्रीय विवि के स्थायी कंैपस के निर्माण के लिए जमीन मुहैया नहीं करवा पाई है। जब विवि स्थापित किया गया था उस समय प्रदेश के अंदर प्रो. प्रेम कुमार धूमल के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी की सरकार थी और उसके बाद भी तीन वर्षों तक प्रदेश में भाजपा की सरकार रही। उस दौरान सरकार ने अपने राजनीतिक समीकरणों को देखते हुए कैंपस निर्माण देहरा (कांगड़ा) में करने का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा था। उसके बाद वर्ष 2012 में प्रदेश के अंदर वीरभद्र सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार बनी और कांग्रेस ने भी अपने राजनीतिक हितों को देखते हुए विवि कैंपस के निर्माण के लिए धर्मशाला के एक गांव का नाम प्रस्तावित कर दिया। केंद्रीय विश्वविद्यालय के कैंपस के निर्माण पर भूमि चयनित करने व उसका प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजने के अलावा दोनों ही सरकारों ने कुछ भी प्रयास नहीं किए हैं। केंद्रीय विश्वविद्यालय के स्थायी कैंपस का निर्माण कहीं भी किया जाए, लेकिन इसको शीघ्र किया जाए। इस मुद्दे पर 28 फरवरी को एसएफआई पूरे प्रदेश भर में धरना-प्रदर्शन करेगी।


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