अर्की का चूना पत्थर दुनिया भर में सर्वश्रेष्ठ

By: Mar 15th, 2017 12:15 am

newsसोलन— सोलन जिला की अर्की तहसील के घनागूघाट व चम्याल क्षेत्र में स्थापित होने वाले राष्ट्रीय खनिज विकास निगम (एनएमडीसी) के प्रस्तावित चूना पत्थर खनन परियोजना की ग्रेड विश्व में अव्वल आंकी गई है। भारतीय खान ब्यूरो, क्षेत्रीय कार्यालय, देहरादून ने यहां के चूना पत्थर को दुनिया भर में सर्वश्रेष्ठ बताया है। चीन व खाड़ी देशों से आयात होने वाले स्टील ग्रेड की घरेलू मांग को भविष्य में एनएमडीसी की यह वृहद परियोजना पूरी कर सकती है। भारत में इस्पात कारखानों में जो चूना पत्थर का इस्तेमाल होता है, उसकी आपूर्ति जैसलमेर (राजस्थान) की खानों से कुछ हद तक ही पूरी होती है। शेष मांग को भारत खाड़ी देशों व चीन से पूरा करता है। अर्की की घनागूघाट व चम्याल पंचायत के क्षेत्रों के तहत यह परियोजना स्वीकृत है। इनमें कुल 3193 बीघा (232 हेक्टेयर) भूमि का अधिग्रहण होना है। प्रोजेक्ट में 1200 बीघा भूमि सरकारी व शेष निजी भूमि को अधिग्रहण करने की प्रक्रिया चल रही है। इस क्षेत्र में 100 मिलियन टन  चूना पत्थर के भंडार हैं तथा प्रोजेक्ट रिपोर्ट के मुताबिक यहां तीन से पांच मिलियन टन का प्रतिवर्ष चूना पत्थर निकाला जाएगा। इस क्षेत्र में मिलने वाले चूना पत्थर की विशेषता यह है कि विश्व में गिने-चुने देशों में ही ऐसे स्टील ग्रेड की उपलब्धता है। रिपोर्ट के मुताबिक इस पत्थर में 52 प्रतिशत से भी अधिक कैल्शियम की मात्रा है, जबकि आमतौर चूना पत्थर मे 30 से 40 प्रतिशत ही कैल्शियम की मात्रा पाई जाती है। इसी तरह सीमेंट उद्योग जहां भी स्थापित हैं, वहां पर सिलिका (मिट्टी) की मात्रा 25 से 35 प्रतिशत होती है, किंतु इस परियोजना क्षेत्र में मात्र एक प्रतिशत ही सिलिका पाई गई है। ऐसा चूना पत्थर विश्व में अति दुर्लभ है। यह परियोजना कुल 1042 करोड़ रुपए की बताई जा रही है। कंपनी के सूत्रों के मुताबिक यह चूना पत्थर इस क्षेत्र से भारतवर्ष में स्थापित इस्पात संयंत्रों में कैसे पहुंचाया जाएगा, इसको लेकर उच्च स्तर पर व्यापक मंथन चला हुआ है। परियोजना निदेशक डा. महेश वर्मा ने कहा कि वन भूमि का अनापत्ति प्रमाणपत्र मिल चुका है तथा निजी भूमि के अधिग्रहण की प्रक्रिया का मामला उपायुक्त के पास विचाराधीन है।


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