वित्तीय मदद के लिए करें अप्लाई

By: Jun 20th, 2017 12:05 am

कुल्लू  —  पांडुलिपियों, दुर्लभ पुस्तकों/ अभिलेखीय छायाचित्र एवं प्रिंट, रैपोग्राफी तथा माइक्रोफिल्मिंग के लिए केंद्रीय वित्तीय सहायता वर्ष 2017-18 राष्ट्रीय अभिलेखागार, भारत सरकार की ओर से एक वित्तीय सहायता योजना चलाई जा रही है। इसके अंतर्गत राज्य/संघ शासित क्षेत्र के अभिलेखागारों, सरकारी पुस्तकालयों एवं संग्रहालयों को लोक अभिलेखों, पांडुलिपियों, दुर्लभ पुस्तकों इत्यादि के संरक्षण एवं विकास कार्यों के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करवाई जाती है, जिसकी अधिकतम सीमा 50.00 लाख निर्धारित है। इस योजना के लिए वित्तीय सहायता 75ः25 प्रतिशत के अनुपात में दी जाती है। इस योजना का उद्देश्य उन विभिन्न संस्थाओं को अनुदान प्रदान करना है, जो राष्ट्र की धरोहर की रक्षा करने में बचनवद्ध हैं। योजना के अंतर्गत लोक अभिलेखों, पांडुलिपियों, दुर्लभ पुस्तकों, अभिलेखीय छायाचित्रों एवं प्रिंट्स (ओलियोग्राफ एव लियोग्राफ) और इलेक्ट्रानिक रिकार्ड के परिरक्षण/ संरक्षण/ मरम्मत के लिए, अभिलेखों एवं पांडुलिपियों के प्रकाशन, सूचीकरण, कैटेलोगिंग, माइक्रोफिल्मिंग के लिए उपकरणों की खरीद के लिए तथा दस्तावेजों को वातानुकूलित करने के लिए, भवन निर्माण अथवा विद्यमान भवन में विस्तार,बदलाव, नवीनीकरण के लिए वित्तीय सहायता उपलब्ध करवाई जाती है । योजना के अंर्तगत वर्ष 2017-18 के लिए इच्छुक व्यक्तियों, संस्थाओं, केंद्रों से आवेदन पत्र आमंत्रित किए जा रहे हैं। यह जानकारी जिला भाषा अधिकारी, कुल्लू एवं लाहुल स्पीति प्रोमिला गुलेरिया ने दी। उन्होंने जिला कुल्लू एवं लाहुल स्पीति के इच्छुक व्यक्तियों, संस्थाओं, केंद्रों से आग्रह किया है कि योजना के अंतर्गत वित्तीय सहायता प्राप्त करने के लिए जिला भाषा अधिकारी कार्यालय स्थित कलाकेंद्र में सहायता अनुदान प्रकरण प्रस्तुत करें।

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