आनी-मनाली में बादल फटा, तीन घर बहे

By: Jul 27th, 2017 12:20 am

कंडूगाड़ में आफत की बरसात

सड़कें बंद; सेब के 200 पौधे मटियामेट, करमेड गांव खतरे में

NEWSNEWSआनी — आनी के कंडूगाड़ में बुधवार प्रातः  बादल फटने जमकर तबाही हुई। नालों ने उग्र रूप धारण कर प्रकृति को झकझोर कर रख दिया। बुधवार प्रातः करीब तीन बजे अचानक हुई तेज वर्षा ने कंडूगाड़ में ऐसा कहर बरपाया कि नालों में आई बाढ़ में तीन घर बह गए। प्रभावितों  में मदन लाल, दिले राम व  रामलाल आदि शामिल हैं । यही नहीं,  बाढ़ से सैकड़ों बीघा उपजाऊ भूमि दलदल बन गई।  जानकारी के अनुसार भारी बारिश से कंडूगाड़ से जाओ तथा कंडूगाड से पटारना सड़क जगह-जगह भ-स्खलन होने और ल्हासे गिरने से क्षतिग्रस्त हुई हैं, जिससे ये सड़कें यातायात के लिए पूर्णतयः बंद हो गई हैं।  खुन्न व कराड़ पंचायत में भू-स्खलन होने से लगभग 200 सेब के पौधे भी धाराशायी  हुए हैं, जबकि यहां के करमेड के नजदीक भू-स्खलन से   9 मकान खतरे की जद में आ गए हैं। इस आपदा से कंडूगाड़ में करीब 50 लाख रुपए की क्षति का अनुमान लगाया गया है। इसके अलावा  एनएच 305 सड़क कोटनाला व माशनू सड़क नाला के पास यातायात के लिए पूर्णतयः अवरुद्ध हो गई है   चिमनी कैंची से कोठी सड़क, गुगरा से तराला जाओ सड़क और गुगरा से कुटवा सहित कई अन्य संपर्क सड़कें भी भू-स्खलन व ल्हासे गिरने से ठप हो गई हैं।  सड़कों के बंद  होने से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं, क्षेत्र में सेब सीजन पर भी इसका खासा असर पड़ा है। जानकारी के अनुसार भारी बारिश से एनएच प्राधिकरण को 35 लाख और लोक निर्माण विभाग को 15 लाख की चपत लगी है। इस आपदा से हुई क्षति का जायजा लेने और उसका आकलन करने के लिए एसडीएम आनी पंकज शर्मा ने बुधवार प्रातः राजस्व विभाग की टीम को प्रभावित स्थल पर भेजा, और  क्षति का आकलन करने के निर्देश दिए। उन्होंने लोगों से इन दिनों भारी वर्षा के चलते नदी-नालों के नजदीक न जाने का भी आह्वान किया है। नायब तहसीलदार कुलदीप सिंह, कानूनगो महेश शर्मा तथा पटवारी उत्तम सिंह ने  प्रभावित स्थल पर पहुंचकर क्षति का जायजा लिया। विधायक खूबराम आंनद ने भी बुधवार को प्रभावित स्थल का दौरा किया व पीडि़तों को मदद का आश्वासन दिया

रोहतांग टनल के पास बरपा कहर

अत्यधिक मलबा आने से सोलंग-धुंधी सड़क यातायात के लिए बंद

NEWSमनाली — सामरिक दृष्टि से अति महत्त्वपूर्ण सुरंग रोहतांग टनल के साथ ही 7 प्वाइंट पर बादल फटने से काफी नुकसान हुआ है। बादल फटने से सड़क पर भी काफी ज्यादा मलबा आया है। इस कारण सोलंग-धुंधी मार्ग भी बंद हो गया है। इस मार्ग पर बीआरओ की ही गाडि़यां चलती हैं।   सड़क मार्ग पर मलबा आने की वजह से   रोहतांग टनल के कार्य पर भी काफी ज्यादा असर पड़ेगा। बादल फटने के बाद आई बाढ़ के कारण कृषि योग्य भूमि भी नष्ट हुई है। इसके साथ बादल फटने के कारण आई बाढ़ अपने पीछे तबाही का मंजर छोड़ कर गई है।  बादल फटने से हालांकि एवलांच विरोधी सुरंग को कोई नुकसान नहीं हुआ है, लेकिन नाले में आई बाढ़ से भारी भरकम मलबा सड़क पर आ गया है। इस एवलांच विरोधी सुरंग के बनने से इस नाले  को पार करना सुरक्षित भरा तो हो गया है,लेकिन  मलबा आ जाने से बीआरओ की दिक्कते बढ़ गई हैं। बीआरओ रोहतांग सुरंग परियोजना सोलंग कार्यालय के पास वाले नाले में भी  बाढ़ आ जाने से मार्ग बंद हो गया है।  बीआरओ ने मार्ग बहाल कर लिया है। रोहतांग सुरंग की खुदाई का कार्य 600 मीटर शेष रह गया है और बीआरओ ने अक्तूबर के अंत में दोनों छोर जोड़ने का लक्ष्य रखा है। बीआरओ रोहतांग सुरंग परियोजना के चीफ  इंजीनियर एनएम चंद्रराणा ने बताया कि रात को नालों में पानी बढ़ गया था जिससे भारी भरकम मलबा सड़क पर आ गया है। बीआरओ ने एमएसपी 3 नाले से मलबा हटा लिया है। उन्होंने बताया कि एमएसपी 7 के पास नाले में भारी भरकम मलवा आ गया है, जिसे हटाया जा रहा है।  सुरंग का काम निरतंर जारी है। बहरहाल कुदरत के कहर से चारों ओर  तबाही का मंजर  है। फिलहाल बीआरओ बंद सड़कों को बहाल करने में जुटा है। कुलमिलाकर मौसम ने जमकर कहर बरपाया है

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