जेबीटी बैचवाइज भर्ती में मूल्यांकन करना गलत
मंडी — प्रारंभिक शिक्षा विभाग द्वारा जेबीटी शिक्षकों की बैचवाइज भर्ती आर एंड पी के अनुसार नहीं करवाई जा रही है। विभाग द्वारा 50 फीसदी बैचवाइज भर्ती को लेकर काउंसिलिंग प्रक्रिया पूरी की जा चुकी है, लेकिन अब जो मूल्यांकन किया जा रहा है, वह आर एंड पी के विपरीत है। जेबीटी के आर एंड पी के भाग 15 ख में साफ कहा गया है कि बैच आधार पर जो भर्ती होगी, उसमें दस जमा दो कक्षा के अंकों सहित जेबीटी कोर्स के अंकों को आधार माना जाएगा, लेकिन जो 15 अंकों की मूल्यांकन प्रक्रिया अपनाई जाती है, वह प्रदेश कर्मचारी चयन बोर्ड द्वारा लिखित परीक्षा के बाद मैरिट बनाने के लिए बनाई जाती है। बावजूद प्रारंभिक शिक्षा विभाग द्वारा बैचवाइज हो रही भर्ती में भी 15 अंकों का मूल्यांकन करना आर एंड पी के बाहर है। जेबीटी बेरोजगार संघ के प्रदेशाध्यक्ष राकेश कतनौरिया, मंडी के प्रधान गगनदीप सहित सदस्य विनोद कुमार, महेंद्र, पवन, हिम राम, रजनीश, प्रभा देवी, शालू व रुपाली ने कहा है कि बैचवाइज भर्ती को लेकर कोई परीक्षा ही नहीं हुई, तो फिर 15 नंबरों को मूल्यांकन करना समझ से परे है। जेबीटी बेरोजगार संघ के वरिष्ठ उपप्रधान राकेश कश्यप ने कहा कि आर एंड पी में जेबीटी को जिला कैडर रखा गया है, लेकिन विभाग ने इसे स्टेट कैडर बना कर रख दिया है। जेबीटी शिक्षक बनने के लिए क्षेत्र विशेष की मातृभाषा का ज्ञान होना अनिवार्य है, इसे नजर अंदाज किया जा रहा है। सरकार व शिक्षा विभाग द्वारा बैचवाइज जेबीटी की भर्ती करवाना बेहतर कदम है, लेकिन बैच आधार पर 15 अंकों का मूल्यांकन करना आरएंडपी के परे है।
Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also, Download our Android App