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छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में 2 नक्सली मारे गए।

आधा हिमाचल आज भी पैदल नाहन —  प्रदेश सरकार भले ही राज्य में विकास के नित नए आयाम स्थापित करने के दावे करती है, लेकिन हकीकत इसके एक दम विपरीत है। राज्य के अथाह विकास की पोल प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में खुलती नजर आती है, जहां अभी भी राज्य की करीब आधी आबादी भाग्य

जल्द पेपरलैस होगा सारा काम, 20 लाख रुपए होंगे खर्च शिमला —  शिक्षा विभाग का सारा काम जल्द ऑनलाइन होगा। विभाग का 50 प्रतिशत कार्य ऑनलाइन हो चुका है। इस प्रक्रिया पर 20 लाख रुपए खर्च किए जाएंगे। डाटा ऑनलाइन होने के बाद शिक्षा विभाग प्रदेश में एक ऐसा सरकारी विभाग होगा, जिसकी सारी वर्किंग

सीडीएससीओ के मानकों पर खरा नहीं उतर पाई आठ फार्मा कंपनियों की मेडिसिन बीबीएन— केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) की जांच में हिमाचल के आठ दवा उद्योगों में निर्मित दवाएं सब-स्टैंडर्ड पाई गई हैं। ये दवाएं बद्दी, झाड़माजरी , संसारपुर टैरेस, परवाणू, पावंटा साहिब, नालागढ़ के उद्योगों में निर्मित हुई हैं। इसके अलावा देश

क्रिकेट एसोसिएशन सभी केंद्रों के लिए जल्द करवाएगी टेंडर बिलासपुर —  क्रिकेट प्रेमियों के लिए अच्छी खबर है, क्योंकि अब जल्द ही हिमाचल प्रदेश में क्रिकेट के 70 सब-सेंटर स्थापित होने जा रहे हैं। इसके लिए हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। सब-सेंटर खोलने के पीछे मंशा यही है कि

राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ ने डीएलएड शर्त का किया कड़ा विरोध; कहा, फैसला वापस न लिया तो होगा आंदोलन नालागढ़ —  जो अध्यापक पहले से ही डाइट से प्रशिक्षण प्राप्त कर जेबीटी बन चुके हैं और छह सालों से नियमित रूप से स्कूलों में पठन-पाठन का काम करवा रहे हैं, उनके लिए दोबारा से डीएलएड

मटौर  —  नेशनल हाई-वे-154 के विस्तारीकरण ने हाई-वे को डंपिंग साइट में बदल दिया है। पुराना मटौर से गगल तक आज कल कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिल रहा है। हाई-वे के दोनों ओर जगह-जगह लगे मिट्टी के ढेरों से आए दिन न केवल जाम के हालात बन रहे हैं बल्कि रात के समय

सोलन —  जेपी सूचना एवं प्रौद्योगिकी  विश्वविद्यालय वाकनाघाट में ओमेगा लियो क्लब तथा आईजीएमसी की सहायता से रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया।  शिविर में विश्वविद्यालय के छात्रों तथा शिक्षकों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। रक्तदान शिविर में शिमला व सोलन के डाक्टरों ने इस दौरान छात्रों व शिक्षकों को रक्तदान का महत्त्व भी बताया। इस

देहरा गोपीपुर   —  रानीताल-मुबारिकपुर नेशनल हाई-वे पर चलाली गांव के नजदीक सड़क का एक बड़ा हिस्सा पिछले काफी समय से ध्वस्त हो चुका है। नेशनल हाई-वे होने के कारण यहां ट्रैफिक इतना अधिक है कि हर वक्त किसी बड़ी दुर्घटना का डर बना रहता है। ध्वस्त हो चुके इस मार्ग पर विभाग ने अभी तक