सुरेश सेठ साहित्यकार जनता प्रसन्न है क्योंकि उसे बताया जा रहा है कि देश में कार्य संस्कृति बदल गई। युग परिवर्तन के लक्षण अब साफ-साफ  नजर आने लगे हैं। ऐसी-ऐसी नई बातें सामने आ रही हैं कि आदमी दांतों तले अंगुली दबा कर कहे, अरे बाबा देखते ही देखते जमाना कयामत की चाल चल गया।

अब यूटीसीए से प्रस्तावित घरेलू टूर्नामेंट में खेल सकेगा यूटी चंडीगढ़ – स्वतंत्रता दिवस से ठीक एक दिन पूर्व चंडीगढ़ के क्रिकेट खिलाडि़यों को बीसीसीआई की तरफ  से उपहार प्राप्त हुआ है।  बीसीसीआई ने यूटीसीए द्वारा प्रस्तावित सभी घरेलू टूर्नामेंट में चंडीगढ़ की टीम को खेलने के लिए हरी झंडी प्रदान कर दी है ।