पर्यटन पत्रिका का औरंगाबाद को प्रणाम

By: Feb 28th, 2021 12:05 am

पुस्तक समीक्षा

पर्यटन पर आधारित हिंदी की त्रैमासिक पत्रिका ‘प्रणाम पर्यटन’ का जनवरी-मार्च 2021 अंक ऐतिहासिक शहर औरंगाबाद पर केंद्रित है। इस अंक को पढ़कर पर्यटक तथा आम लोग प्रमुख औद्योगिक शहर औरंगाबाद के बारे में काफी कुछ जान पाएंगे। इस पत्रिका की खासियत यह है कि यह कोविड काल के कठिन दौर में भी छपती रही। इसके अंक निरंतर पाठकों तक पहुंचते रहे हैं। आलोच्य अंक में पत्रिका के संपादक प्रदीप श्रीवास्तव ने अपने संपादकीय में इस शहर के क्रमिक विकास का पूरा खाका खींचा है। इसी तरह विजय चौधरी के आलेख में औरंगाबाद को 52 दरवाजों का शहर बताया गया है। डा. श्रीमंत हरकर का आलेख भी पाठकों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करता है।

इसमें कहा गया है कि औरंगाबाद पर्यटन की राजधानी है। औरंगाबाद के निकटवर्ती शहर खुलताबाद पर भी काफी रोचक सामग्री दी गई है। विजय चौधरी का इस शहर पर आलेख बताता है कि यह सूफी संतों का शहर है। बारहवें ज्योतिर्लिंग घृष्णेश्वर मंदिर पर भी रोचक सामग्री दी गई है। यह मंदिर भी औरंगाबाद में ही स्थित है। एलोरा की गुफाएं, कैलाश मंदिर तथा बीबी का मकबरा पर भी इस विशेषांक में रोचक सामग्री दी गई है। इतिहास और भूगोल की जानकारी देते आलेख पाठकों को भरपूर ज्ञानवर्धन करते हैं। अजंता की गुफाओं व दौलताबाद के किले पर भी विशेषांक में रोचक आलेख हैं। सुलीभ भंजन दत्त मंदिर तथा 400 साल पुरानी पनचक्की के बारे में भी रोचक सामग्री यह विशेषांक देता है। डा. प्रमिला वर्मा ने कैप्टन राबर्ट गिल की जिंदगी की अनोखी दास्तान पर कलम चलाई है। पर्यटन की दृष्टि से पर्यटकों को जो-जो जानकारी चाहिए, वह सभी इस पत्रिका में मिल जाएगी। पर्यटन के अलावा साहित्य पढ़ने का आनंद भी पाठक ले सकते हैं। इस अंक में कई रोचक कहानियां तथा कविताएं संकलित की गई हैं। पर्यटन पर दी गई सामग्री को चित्रों के साथ सजाया गया है, जो पाठकों का ध्यान आकर्षित करते हैं। इनमें कई चित्र काफी दुर्लभ हैं। लखनऊ से प्रकाशित यह पत्रिका पाठकों को जरूर पसंद आएगी, ऐसा विश्वास है। इस विशेषांक का मू्ल्य 75 रुपए रखा गया है।         -फीचर डेस्क


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App