आरक्षित सीटें तय करेंगी सियासी सफर

By: Oct 22nd, 2022 12:04 am

कांग्रेस ने आठ पर बदले प्रत्याशी, पूर्व मंत्री और विधानसभा अध्यक्ष को नहीं मिला टिकट

17 क्षेत्र अनुसूचित जाति, तीन जनजातीय वर्ग के लिए आरक्षित

विशेष संवाददाता — शिमला

प्रदेश की 20 आरक्षित सीटों के समीकरण इस दफा यह तय करेंगे कि विधानसभा में किसका राजतिलक होगा और कौन से दल को विपक्ष में बैठना पड़ेगा। प्रदेश की कुल 68 सीटों में से 17 विधानसभा सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं, जबकि तीन सीटें जनजातीय वर्ग की हैं। इनमें से भाजपा ने बीते विधानसभा चुनाव में 15 का बड़ा आंकड़ा छूने में कामयाबी हासिल की थी। भाजपा के खाते में आई इन सीटों में से 13 अनुसूचित वर्ग की थीं, जबकि दो सीटें अनुसूचित जनजाति के खाते से भाजपा जीतने में कामयाब रही थी। कांग्रेस को उस समय महज पांच सीटों से ही संतोष करना पड़ा था।

इनमें से चार अनुसूचित जाति, जबकि एक अन्य सीट अनुसूचित जनजातीय की थी। यह उस समय बड़ी वजह थी कि कांग्रेस सत्ता की चौखट तक नहीं पहुंच पाई। हिमाचल विधानसभा की बात करें तो यहां 68 का कुल योग बनता है और इसमें सत्ता तक पहुंचने के लिए एक तिहाई सीटों की जरूरत है। यानी 35 से ज्यादा सीटें जो राजनीतिक दल जीतेगा, उसकी अगली सरकार प्रदेश में होगी। अब बात 20 आरक्षित सीटों की करें तो इनमें दस से ज्यादा सीटें जीतने वाले की सरकार बनना तय है। अनुसूचित जाति और जनजाति की सीटों की खास अहमियत को देखते हुए कांग्रेस ने इन पर उम्मीदवार तय करने में खासा पसीना बहाया है। बड़ी माथापच्ची के बाद पार्टी हाईकमान ने एक साथ आठ टिकट बदल दिए हैं, जबकि दो सीटों पर फैसला आखिरी क्षणों तक पहुंचा है। इनमें से एक अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित जयसिंहपुर है, तो दूसरी जनजातीय कोटे से किन्नौर की सीट है।

कांग्रेस ने जिन आरक्षित सीटों पर इस बार फेरबदल किया है, उनमें सबसे बड़ा फैसला चुराह विधानसभा क्षेत्र से सामने आया है। यहां पूर्व विधायक और जिलाध्यक्ष रहे सुरेंद्र भारद्वाज का टिकट काटकर यशवंत खन्ना को अवसर दिया गया है। पच्छाद में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष की राजनीतिक पारी भी इस विधानसभा चुनाव में खत्म हो रही है। कांग्रेस ने उनकी टिकट दयाल प्यारी को थमा दी है। इसके अलावा चिंतपूर्णी विधानसभा क्षेत्र में पूर्व मंत्री कुलदीप कुमार की जगह सुदर्शन सिंह बबलू, इंदौरा से कमल किशोर का टिकट काटकर मलेंद्र राजन, आनी में किशोरी लाल की जगह बंसी लाल कौशल, करसोग में मंशा राम की जगह महेश राज, नाचन में लाल सिंह कौशल की जगह नरेश कुमार को टिकट दी गई है। कांग्रेस ने जिन सीटों पर कोई फेरबदल इस बार नहीं किया है, उनमें बैजनाथ में किशोरी लाल, बल्ह से पूर्व मंत्री प्रकाश चौधरी, भोरंज में सुरेश कुमार, सोलन में पूर्व मंत्री कर्नल धनी राम शांडिल, कसौली में विनोद सुल्तानपुरी, रामपुर में विधायक नंद लाल और रोहड़ू में मोहन लाल ब्राक्टा को दूसरी बार अवसर दिया है।


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