66 फीसदी कर्मचारियों के वोट फंसे, अभी तक जमा नहीं करवाए पोस्टल बैलेट

चुनाव आयोग के पास 33 प्रतिशत ही पहुंचे
स्टाफ रिपोर्टर—शिमला
हिमाचल प्रदेश में अभी तक सिर्फ 33 फीसदी कर्मचारियों ने ही पोस्टल बेलेट जमा करवाए हैं, जबकि 66 प्रतिशत कर्मचारियों को पोस्टल बैलेट जमा करवाना अभी बाकी हैं। ऐसे में इन कर्मचारियों के पास सिर्फ 11 दिन का समय ही बचा हैं। 11 दिनों के अंदर इन कर्मचारियों को संबंधित आरओ कार्यालय में पोस्टल बैलेट जमा करवाने होंगे। गौरतलब है कि गौरतलब है कि चुनाव ड्यूटी में तैनात अधिकारियों एवं कर्मचारियों को 59,728 डाक मतपत्र जारी किए थे।
इनमें से शुक्रवार तक 32,177 वोट यानी 53.27 फीसदी ही वापस मिल गए हैं। इसके अतिरिक्त सेवारत सैन्य कर्मियों को 67,559 डाक मतपत्र दिए गए थे। इनमें से 15,099 पोस्टल बैलेट यानी 15.69 फीसदी वोट ही वापस मिले है। 1,27,287 पोस्टल-बैलेट में से 42,276 यानी 33.22 फीसदी ने ही वोट जमा कराए हैं। मुख्य निर्वाचन अधिकारी मनीष गर्ग ने बताया कि रोजाना 3000 से ज्यादा पोस्टल बैलेट मिल रहे हैं। उम्मीद है कि काउंटिंग से पहले ज्यादातर कर्मचारी पोस्टल बैलेट जमा करवा देंगे। उनका मकसद ज्यादा से ज्यादा मतदान सुनिश्चित बनाना है। पोस्टल बैलेट आठ दिसंबर की सुबह आठ बजे तक जमा कराए जा सकेंगे।
मतदान के 16 दिन बाद भी नहीं भेजे डाक मतपत्र, कर्मियों का रवैया सुस्त
वोटिंग के लगभग 16 दिन बीतने के बाद भी अधिकतर कर्मचारियों ने अपने पोस्टल बैलेट जमा नहीं कराए है। इसलिए इलेक्शन कमीशन को पोस्टल जमा कराने की अपील करनी पड़ रही है। गौरतलब है कि कर्मचारियों पर ही वोटरों को अधिक मतदान के लिए जागरूक करने का जिम्मा रहता है और कर्मचारी खुद ही अपना वोट देने से कतरा रहे है। राजनीतिक दल इसके अलग-अलग मायने निकाल रहे है।
आठ तक पहुंचना जरूरी
हिमाचल में कर्मचारियो को प्रदान किए गए पोस्टल बैलेट आठ दिसंबर की सुबह आठ बजे तक पोस्टल बैलेट आरओ ऑफिस में पहुंच जाने चाहिए, ताकि मतगणना के दौरान उन मतो की गिनती भी की जा सके। अगर इसके बाद किसी भी कर्मचारियों का पोस्टल बेलेट आरओ ऑफिस तक पहुंचता हैं, तो फिर उसकी गिनती नहीं होगी। चुनाव आयेाग ने जल्द जमा करवाने की अपील की है।