मेयर चुनाव विवाद : शहर की राजनीति में धमाका, सुनवाई से पहले नवनिर्वाचित मेयर ने दिया इस्तीफा
– सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई से पहले मेयर मनोज सोनकर ने दिया इस्तीफा, ‘आप’ के तीन पार्षद भाजपा में शामिल
मुकेश संगर
चंडीगढ़, 18 फरवरी
चंडीगढ़ में मेयर चुनाव को लेकर चल रहे विवाद के बीच शहर में जारी सियासत चरम पर है। मेयर चुनाव को लेकर सुप्रीम कोर्ट में कल होने वाली सुनवाई से पहले शहर के नवनिर्वाचित मेयर मनोज सोनकर ने आज रविवार को देर रात अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उधर मेयर चुनाव को लेकर जहां आम आदमी पार्टी ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है, वहीं ‘आप’ के तीन पार्षद आज भाजपा में शामिल हो गए हैं। आप पार्षद पूनम देवी, नेहा मुसावत और गुरचरणजीत सिंह काला चंडीगढ़ भाजपा के पूर्व अध्यक्ष अरुण सूद के संरक्षण में दिल्ली में भाजपा में शामिल हुए। गौरतलब है कि आप के ये तीनों पार्षद बीते दिन से ही ‘आप नेतृत्व के संपर्क में नहीं थे और पहले से ही चर्चा थी कि ये तीनों पार्षद भाजपा के संपर्क में हैं जो आने वाले दिनों में पार्टी में शामिल हो सकते हैं। जानकारी के मुताबिक मेयर चुनाव को लेकर सोमवार 19 फरवरी को सुप्रीम कोर्ट में होने वाली अहम सुनवाई से पहले बीजेपी नगर निगम में अपना पलड़ा मजबूत करने में जुटी है। अब ‘आप’ पार्षदों के भाजपा में शामिल होने के बाद निगम सदन में भाजपा का पलड़ा भारी हो जायेगा और इस बीच अगर सुप्रीम कोर्ट कल सुनवाई के दौरान दोबारा मेयर के चुनाव का आदेश देता है तो भाजपा की जीत लगभग तय है।
आप पार्षदों को भाजपा में शामिल कराने के पीछे चंडीगढ़ भाजपा के पूर्व अध्यक्ष अरुण सूद को गेम चेंजर बताया जा रहा है। उधर शहर में चल रही चर्चा के बीच भाजपा के मनोज सोनकर ने चंडीगढ़ के मेयर पद से इस्तीफा दे दिया है। इस प्रकार भाजपा खुद मेयर चुनाव फिर से कराने की कोशिश कर रही है ताकि सुप्रीम कोर्ट की कार्यवाही के परिणामों से बचा जा सके। आप के तीन पार्षदों के बीजेपी में शामिल होने के बाद नगर निगम में समीकरण पूरी तरह से बदल गया है। भाजपा के पास पहले से ही पार्टी के 14 पार्षदों और एक सांसद सहित 15 वोट थे और अब आप के तीन पार्षदों के भाजपा में शामिल होने से यह संख्या 18 हो जाएगी। अगर अकाली दल का वोट भाजपा को मिलता है तो ये यह संख्या 19 हो जाएगी। ऐसे में अगर सुप्रीम कोर्ट दोबारा मेयर चुनाव कराने का फैसला देता है तो भाजपा पूर्ण बहुमत के साथ अपना मेयर बना सकती है। इस साल चंडीगढ़ मेयर की सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है. सूत्रों के मुताबिक मेयर मनोज सोनकर के इस्तीफे के बाद ‘आप’ छोड़कर भाजपा में शामिल हुए तीन पार्षदों में से एक को बीजेपी मेयर पद का दावेदार बनाने की तैयारी में है। सूत्रों के मुताबिक पार्टी में शामिल हुईं ‘आप’ की इन दो महिला पार्षदों में से एक को मेयर का पद मिल सकता है।
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