102860 मीट्रिक टन सेब का उत्पादन

By: Feb 9th, 2024 12:45 am

कुल्लू में वर्ष 2023-24 में 2022-23 के मुकाबले 42242 मीट्रिक टन कम पैदावार

कार्यालय संवाददाता-पतलीकूहल
ग्लोबल वार्मिंग के चलते जिस तरह से जलवायु परिवर्तन हो रहा है उससे जिला कुल्लू सेब का उत्पादन में उतार-चढ़ाव का सिलसिला जारी है। अगर पिछले आठ सालों के आंकड़ों का आंकलन किया जाए तो जिला में वर्ष 2023-24 में 51 लाख 43 हजार सेब की पेटियों का उत्पादन हुआ, जिससे जिले में 412 करोड़ का कारोबार हुआ। हालांकि वर्ष 2022-23 में 72 लाख 55 हजार 137 सेब की पेटियों का उत्पादन हुआ था। इससे तकरीबन 600 करोड़ रुपए का कारोबार हुआ। जबकि वर्ष 2018-19 में कुल्लू जिला के पांचों खंडों में मात्र 380 करोड़ का उत्पादन हुआ था जो कि वर्ष 15-16 और वर्ष 22-23 से आधा रह गया था। जिला कुल्लू के सेब का उत्पादन करने वाले पांच खंडों में वर्ष 2022-23 में सेब का उत्पादन 72 लाख 55 हजार 137 पेटियों का रहा जिससे की यह कारोबार 600 करोड़ की दहलीज कर पहुचा। इससे पहले वर्ष 2015-16 में यह आंकड़ा 71 लाख 73 हजार 750 पेटियों के उत्पादन का रहा था, जो भी तकरीबन 600 करोड़ रुपए तक पहुंचा था। वर्ष 2018-19 में कुल्लू जिला में सेब के उत्पादन से मात्र 38 लाख 952 सेब की पेटियों का उत्पादन रह गया था।

घाटी के बागबानों को वर्ष 15-16 के बाद सात सालों के बाद वर्ष 22-23 में जिले में सेब का उत्पादन 600 करोड़ को पाने में सक्षम रहा है। वर्ष 2015-16 में कुल्लू खंड में 20 लाख 72 हजार 500 पेटियों का उत्पादन हुआ वहीं, नग्गर खंड में 29 लाख 63 हजार 750 पेटियों का उत्पादन रहा, बंजार खंड में 5 लाख 67 हजार 500 पेटियों का उत्पादन हुआ। आनी खंड में 9 लाख व निरमंड खंड में 6 लाख 70 हजार सेब की पेटियों का उत्पादन रहा। वर्ष 2016-17 में कुल्लू खंड में 12 लाख 66 हजार 42 पेटियों का उत्पादन हुआ। नग्गर खंड में 17 लाख 32 हजार 673 पेटी सेब, बंजार खंड में 3 लाख 43 हजार 807 पेटी सेब, आनी में 6 लाख 60 हजार और निरमंड खंड में 4 लाख 76 हजार पेटी सेब का उत्पादन रहा। वर्ष 2017-18 में कुल्लू खंड में 9 लाख 36 हजार 750 पेटी सेब, नग्गर खंड में 17 लाख 68 हजार 800 पेटी, बंजार में 3 लाख 61 हजार 850, आनी में 4 लाख 75 हजार और आनी खंड में उत्पादन 4 लाख 5 हजार रहा।

वहीं पर वर्ष 2018-19 में कुल्लू खंड में 8 लाख 64 हजार 900 पेटी, नग्गर खंड में 16 लाख 64 हजार 272 पेटी, बंजार में 5 लाख 49 हजार 711 पेटी, आनी में 3 लाख 85 हजार पेटी और निरमंड खंड में 3 लाख 37 हजार 70 पेटी का उत्पादन हुआ। वर्ष 2019-20 में कुल्लू खंड में 18 लाख 9 हजार 398 पेटी, नग्गर में 25 लाख 81 हजार 790 पेटी, बंजार में 9 लाख 80 हजार 262 पेटियों का उत्पादन रहा। आनी में 6 जाख 21 हजार 250 पेटी और निरमंड में 5 लाख 67 हजार पेटियों का उत्पादन हुआ। वर्ष 2020-21 में कुल्लू खंड में 12 लाख 79 हजार 750 पेटी, नग्गर में 18 लाख 78 हजार 650 पेटी, बंजार में 5 लाख 99 हजार 350 पेटी, आनी खंड में 4 लाख 58 हजार 750 पेटी और निरमंड में 3 लाख 96 हजार 500 पेटियों का उत्पादन रहा। वर्ष 2021-22 में कुल्लू खंड में 13 लाख 6 हजार 750 पेटी, नग्गर खंड में 20 लाख 82 हजार 900 पेटी, बंजार में 8 लाख 37 हजार 50 पेटी, आनी में 8 लाख 82 हजार पेटी और निरंमड खंड में 5 लाख 89 हजार 750 सेब की पेटियों का उत्पादन हुआ। वहीं, पर वर्ष 2022-23 में कुल्लू खंड में 17 लाख 98 हजार 778 पेटी, नग्गर में 24 लाख 81 हजार 660, बंजार में 10 लाख 49 हजार 700, आनी में 10 लाख 2 हजार 500 पेटी व निरमंड खंड में 9 लाख 22 हजार 500 सेब की पेटियों का उत्पादन किया।

जलवायु परिवर्तन से कम हो रहा उत्पादन
जिला के बागबानी उपनिदेशक बीएम चौहान ने कहा कि ग्लोबल वार्मिंग व जलवायु परिवर्तन ने सेब के उत्पादन को प्रभावित किया है। अब लोग सघन बागबानी की ओर बढ़ रहे हैं उससे आने वाले तीन चार वर्षों में सेब के उत्पादन में अधिक बढ़ोतरी होगी। हाई डेनसिटी के पौधों के लगाने से उत्पादन पर इसका अनुकुल प्रभाव पड़ेगा और बागबान अरली बरायटी वाले पौधों के लगाने से मार्केट में भी सेब को शीघ्र लाने में समर्थ होंगें। हर वर्ष सेब की फूल खिलने की अवस्था व ओलावृष्टि से बागबानों को बड़ी हानि होती है। उत्पादन को बढ़ाने के लिए हाई डेनसिटी वाले सेब के पौधों के रोपण अवश्य उत्पादन में बढ़ोतरी होगी जिसके लिए विभाग बागबानी अनुसंधानों केंद्रों व औद्यानिकी व वानिकी विश्वविद्यालय से अनुमोदित सेब की कई प्रकार की प्रजातियों को बाहर से आयात कर बागवानों को उन नई प्रजातियों के पौधों का हर वर्ष आबंटन करते हैं ताकि बागबान अधिक सेब का उत्पादन कर इससे अधिक आमदनी कर सके।

वर्ष 2023-24 इस प्रकार हुआ उत्पादन
वर्ष 2023-24 कुल्लू खंड में 13 लाख 12 हजार 900 पेटी सेब, नग्गर खंड में 19 लाख 44 हजार 500 पेटी, बंजार खंड में 7 लाख 35 हजार 600 पेटी, आनी खंड में 6 लाख 25 हजार और निरमंड खंड में 5 लाख 25 हजार सेब की पेटियों का उत्पादन हुआ जो कि गत वर्ष से 30 फीसदी कम है। इस वर्ष आरंभ से ही सब्जी मंडियों में सेब दाम में स्थिर रहने से अच्छी आमदनी हुई, जबकि गत वर्ष से तकरीबन 30 फीसदी सेब की पैदावार कम थी।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App