फसल अवशेष प्रबंधन पर टिप्स, पोलीटेक्नीक दामला में कृषि विज्ञान केंद्र के डा. कपिल सिंगला ने छात्र किए जागरूक

By: Mar 17th, 2024 12:05 am

निजी संवाददाता — यमुनानगर

सेठ जयप्रकाश पोलीटेक्नीक दामला में कृषि विज्ञान केंद्र दामला के सौजन्य से बच्चों को फसल से बचने वाले अवशेष की मैनेजमेंट के बारे में एक सेमिनार का आयोजन किया गया। इस मौके पर डा. कपिल सिंगला, साइंटिस्ट, कृषि विज्ञान केंद्र, दामला ने बच्चों को फसल अवशेष के बारे में विस्तार से बताया और उन्होंने बच्चों को अवगत करवाया कि इन अवशेष को जलाने से जमीन की उर्वरक शक्ति कम हो जाती है क्योंकि जलाने से जमीन में जो माइक्रो ऑर्गेनाइज्ड उपस्थित होते हैं, वह बड़े हुए तापमान से खत्म हो जाते हैं, जिससे जमीन की उर्वरक क्षमता कम हो जाती है।

उन्होंने बच्चों को इस अवशेष का उचित प्रबंध करने के लिए विभिन्न प्रकार के उपकरण जो कि कृषि विज्ञान केंद्र, दामला में उपलब्ध है उसके बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने बच्चों को बताया कि सबसे अच्छा उपकरण हैप्पी सीडर है, जिससे हम इन अवशेष को मिट्टी में मिला सकते हैं, जिस मिट्टी में कार्बन की मात्रा बढ़ जाती है और पानी को रिटेन करने की भी शक्ति बढ़ जाती है, जिससे जमीन की उर्वरक शक्ति बहुत बढ़ जाती है। इस मौके पर प्रधानाचार्य अनिल बुद्धि राजा ने डा. कपिल सिंगला और उनके स्टाफ का स्वागत किया। उन्होंने बच्चों से आह्वान किया कि आप भी अपने आसपास गांव में लोगों को इसके बारे में अवगत कराय, जिससे कि लोग बची हुई पराली या अवशेष को जलाने से जो प्रदूषण होता है उससे बचा जा सके। इस मौके पर कपिल शर्मा, मैडम दिव्या सहगल, मोनिका शर्मा एवं अन्य स्टाफ भी उपस्थित था।


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