परेशानी… जलोड़ी दर्रा सबसे बड़ी आफत

By: Mar 19th, 2024 12:56 am

सर्दियों में रामपुर का कुल्लू-मनाली से टूट जाता है संपर्क, टनल से बनेगी बात
स्टाफ रिपोर्टर—रामपुर बुशहर
रामपुर क्षेत्र और कुल्लू जिला के उपमंडल निरमंड जिसकी सीमाएं रामपुर क्षेत्र के साथ भी लगती है, उसको जिला मुख्यालय कुल्लू और रामपुर क्षेत्र को कुल्लू मनाली से जोडऩे वाले व आनी क्षेत्र के लूहरी औट मार्ग के मध्य 10280 फुट की ऊंचाई पर स्थित जलोड़ी दर्रा सर्दियों में वर्फबारी के चलते यातायात व लोगों के आवागमन के लिए पूरी तरह से बंद रहता है, जिससे निरमंड क्षेत्र के लोगों का अपने जिला मुख्यालय से सीधा संपर्क पूरी तरह से कट जाता है। इसे निरमंड व रामपुर क्षेत्र के लोगों का दुर्भाग्य समझें या सरकार व स्थानीय नेताओं की अनदेखी, कि जलोड़ी दर्रे की विकट समस्या का हल अभी तक नहीं निकल पाया है। राजनीतिक पार्टियां, चुनाव नज़दीक आते ही जलोड़ी दर्रे के नीचे भूमिगत टनल के निर्माण के मुद्दे को भुनाने लगते हैं और चुनाव जीत जाने के बाद यह मामला ठंडे बस्ते में पड़ जाता है। टनल निर्माण का सपना, क्षेत्र के लोगों के लिए केवल मुंगेरीलाल का सपना ही बनकर रह गया है। 97 किलोमीटर लंबे सैंज लूहरी आनी औट के मध्य स्थित जलोड़ी दर्रा, लोगों के लिए सबसे बड़ी समस्या बना हुआ है। यह दर्रा अक्तूबर से फरबरी मार्च तक लगभग पांच माह भारी वर्फबारी के चलते खनाग से घियागी के मध्य यातायात के लिए पूरी तरह से बंद होता रहता है, जिस कारण निरमंड क्षेत्र के लोगों व सरकारी अधिकारियों व कर्मचारियों को जिला मुख्यालय जाने आने के लिए बेहद परेशानी का सामना करना पड़ता है।

ऐसे में जिला मुख्यालय कुल्लू जाने के लिए वेकल्पिक मार्ग वाया बसंतपुर व वाया रोहांडा अति दूर होने से लोग कई बार मजबूरन पांच से सात फुट ऊंची बर्फकी दीवार को लांघकर वाया जलोड़ी दर्रा से होकर ही भारी जोखिम उठाकर पैदल सफर तय करते हैं। जिससे कई बार अत्यधिक ठंड व भारी वर्फबारी के कारण यात्री बीच रास्ते में ही फंस जाते हैं और कई मर्तवा अनहोनी घटना का शिकार भी हो जाते हैं। बाबजूद इसके केंद्रीय व प्रदेश सरकार जलोड़ी जोत टनल के निर्माण को लेकर गंभीर नहीं रही। इससे सरकार का सौतेलापन साफ झलक रहा है कि जलोड़ी टनल व एनएच 305 सडक़ के निर्माण को लेकर सरकार ने कोई रुचि नहीं दिखाई। जबकि सैंज लूहरी औट एनएच 305 का निर्माण कार्य भी पिछले पांच सालों में ठंडे बस्ते में पड़ा रहा, जिसका खामियाजा क्षेत्र की जनता को सडक़ मार्ग में आए दिन लगने बाले लंबे जाम के रूप में भुगतना पड़ रहा है। आगामी पहली जून को प्रदेश में होने वाले लोकसभा चुनावों में ये मुद्दा प्रत्याशियों के लिए खास महत्त्वपूर्ण साबित होगा।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App