नवरात्र पर भक्तों के लिए 24 घंटे खुला रहेगा मां चिंतपूर्णी का दरबार

By: Apr 8th, 2024 12:05 am

शक्तिपीठों में तैयारियां पूरी, श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए प्रशासन ने किए विशेष इंतजाम

स्टाफ रिपोर्टर-शिमला

चैत्र नवरात्र मेले के दौरान प्रदेश के पांच शक्तिपीठों में माता की विशेष पूजा-अर्चना की जाएगी। इसके अलावा मां को विशेष व्यंजनों के भोग लगाए जाएंगे। नवरात्र के दौरान माता श्रीबज्रेश्वरी देवी, श्रीनयनादेवी, श्रीचामुंडा देवी, श्रीज्वालामुखी तथा श्री चिंतपूर्णी मंदिर में मां के स्नान, श्रृंगार व आरती अलग-अलग समय तय किया गया है। चैत्र नवरात्र मेले के दौरान चिंतपूर्णी मंदिर श्रद्धालुओं के लिए 24 घंटे खुला रहेगा। श्रीचिंतपूर्णी मंदिर के बिरादरी सभा के प्रधान रविंद्र छिंदा ने बताया कि नवरात्र में मां के दर्शनों के लिए मंदिर 24 घंटे खुला रहेगा। मां को मेवे, चना-पूरी, हलवा और चावल, मालपूड़ा, खीर, दूध व फलों का भोग लगाया जाएगा पुजारी ओम व्यास ने बताया कि शाम को चार बजे मईया फिर स्नान किया जाएगा और श्रृंगार के बाद शाम साढ़े सात बजे मईया की आरती होगी।

इस दौरान मईया को मेवे और फलों का भोग लगाया जाएगा। अष्टमी के दिन रात दो बजे तक मईया की विशेष पूजा की जाएगी जिसमें 108 प्रकार के भोग मां को लगाए जाएंगे।

सुबह चार बजे खुलेंगे ज्वालामुखी मंदिर के कपाट

मां श्रीज्वालामुखी मंदिर सुबह चार बजे खुलेगा और रात 11 बजे बंद होगा। मंदिर के पुजारी अनिल शर्मा ने बताया कि नवरात्र में ज्वाला मां की सुबह चार से पांच बजे स्नान व श्रृंगार के बाद तक मंगल आरती और प्रात: कलीन आरती होगी। इसमें मईया को सुबह के समय मालपूड़े, पीले चावल और दही की भोग लगेगा। रात को नौ बजे से दस बजे तक मईया की शायन आरती होगी, जिसमें मईया का श्रृंगार व पूजा-अर्चना होगी।

कांगड़ा बज्रेश्वरी मंदिर में शत चंडी महायज्ञमाता

श्रीबज्रेश्वरी देवी मंदिर नवरात्र के दौरान सुबह चार से रात नौ बजे तक मंदिर खुला रहेगा। मंदिर के पुजारी राम प्रसाद ने बताया कि नवरात्र के दौरान शत चंडी महायज्ञ किया जाएगा। सप्तमी, अष्टमी और नवमीं के दिन सुबह तीन बजे मंदिर खोल दिया जाएगा। पुजारी राम प्रसाद ने बताया ने बताया कि सुबह पांच बजे में मईया का स्नान, श्रृंगार व आरती के साथ चना-पूरी, मेवे व दूध का भोग मां को लगाया जाएगा।

मां चामुंडा को 108 प्रकार के व्यंजनों का भोग

माता श्रीचामुंडा देवी मंदिर में नवरात्र के दौरान अष्टमी के दिन रात दो बजे तक मईया की विशेष पूजा की जाएगी, जिसमें मईया को 108 प्रकार के भोग लगाए जाएंगे। मंदिर के पुजारी ओम व्यास ने बताया कि नवरात्र में मंदिर सुबह साढ़े चार बजे खुलेगा और रात को दस बजे तक बंद होगा। सुबह साढे चार बजे मईया के स्न्नान के बाद श्रृंगार किया जाएगा उसके बाद आठ बजे मां की आरती होगी।

रात 12 से दो बजे तक बंद रहेगा मंदिर

माता श्रीनयनादेवी मंदिर नवरात्र में रात 12 से दो बजे तक बंद किया जाएगा। इन चार घंटों में मईया का स्नान और श्रृंगार के बाद मईया की एक साथ चार आरतियां की जाएंगी। मंदिर में पुजारी तरूणेश शर्मा ने बताया कि मंदिर में दोपहर 12 से साढ़े12 बजे और शाम को मईया को विशेष भोग लगाए जाएंगे, जिसमें मईया को हलवा, चने, पूरी, बर्फी, मेवा और फलों का भोग लगाया जाएगा।


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